ग्रेनो वेस्ट के निवेशकों ने घर कब मिलेगा प्राधिकरण से मांगा जवाब
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विभिन्न प्रोजेक्टो के फ्लैट खरीदारों ने मंगलवार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित मोहन प्रसाद से मिलकर जवाब मांगा कि उन्हें घर कब मिलेगा;
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विभिन्न प्रोजेक्टो के फ्लैट खरीदारों ने मंगलवार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित मोहन प्रसाद से मिलकर जवाब मांगा कि उन्हें घर कब मिलेगा। गुमराह कर रहे बिल्डरों के खिलाफ प्राधिकरण क्या कदम उठा रहा।
लाखों फ्लैट बायर्स बिल्डर्स की ज्यादतियो के शिकार है नई सरकार बनने के बाद बायर्स मे एक उम्मीद जगी है कि जो फ्लैट बॉयर्स छह साल से बिल्डर और प्राधिकरण के चक्क्र लगा रहे थे उनको घर नहीं मिल रहा है अगर घर मिल रहा था तो बिल्डर अपनी अनुचित एक्स्ट्रा डिमांड फ्लैट बॉयर्स से वसूल रहा था बिल्डर अपनी मनमानी कर रहा था, प्राधिकरण के अधिकारी बॉयर्स का साथ देने के बजाय बिल्डर का ही साथ देते आए थे और बिल्डर के हक में ही अब तक सभी काम किए है।
फ्लैट बायर्स जब मुख्यमंत्री मिलकर अपनी समस्या रखी इसके बाद जाकर प्राधिकरण निवेशकों की समस्याओं पर ध्यान देना शुरू किया। फ्लैट निवेशकों ने प्राधिकरण अधिकारियों के सामने कई जवाब मांगा साथ ही नोएडा की तर्ज पर ग्रेनो में भी बिल्डर्स, प्राधिकरण व निवेशकों के त्रिपक्षीय वार्ता की बात रखी। इस पर सीईओ ने कहा कि जल्द यहां भी बड़े बिल्डरों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता करेंगे।
हालांकि निवेशकों प्राधिकरण अधिकारियों के सामने अपने गुस्से का भी इजहार किया। फ्लैट खरीदारों ने सीईओ से मांग रखी कि पुराने फ्लैट आँनर्स से अतिरिक्त रुपयों किसी भी तरह के ब्याज की मांग ना की जाए। जैसे कि फार्मेर कम्पन्सेसन, एस्क्लेशन चार्जेस, लेट पेमेंट चार्जेस, सीवर, मीटर, वाटर कनेक्शन चार्जेस आदि। सभी फ्लैट आँनर्स के फ्लैट की पोजेशन टाइम पर करने के लिए बिल्डर संकल्प ले, अगर कोई बायर्स अपने पैसे वापस चाहता है तो उसे ब्याज समेत बिल्डर पैसे वापस करे प्राधिकरण बिल्डर को आदेश करे।
रियल एस्टेट बिल रेरा से बचने के लिए बिल्डर दो-दो टावर का पार्ट कम्प्लीशन सर्टीफिकेट लेने के लिए अग्रिम में प्राधिकरण मे अप्लाई कर रहे है, बिना किसी सुविधाओं के बायर्स को फ्लैट पर कब्जा लेने के लिए बाध्य कर रहे है। पहले प्रोजेक्ट की जांच कराकर ही कम्प्लीशन सर्टीफिकेट दिया जाए।
रेरा बिल सरकार ने लागू कर दिया है प्राधिकरण सरकार से बात करके जल्द ही कमेटी बनाकर प्राधिकरण में पूरी तरह लागू कराया जाए तथा सभी को पालन करने के निर्देश दिए जाए और अगर कोई बिल्डर इसका पालन नहीं करता है तो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण उस बिल्डर पर सख्त कार्यवाही करे।
सभी बिल्डर के प्रोजेक्ट की क्वालिटी कि जांच कराए। आए दिन किसी प्रोजेक्ट मे प्लास्टर गिर जाता है कही दिवार के्रक हो जाती है बायर्स के साथ कभी भी कोई घटना घट सकती है। नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने सीईओ से मांग की है कि बिल्डर और बॉयर्स के मामले को गंभीरता से ले और उन बिल्डर्स पर सख्त कार्यवाही करे जो फ्लैट खरीदारों को परेशान कर रहे है, धमकिया दे रहे है।
सीईओ अमित मोहन प्रसाद ने आश्वासन दिया कि जैसे बिल्डर और बॉयर्स की बैठक नोएडा में हो रही है वो ग्रेटर नोएडा में भी चालू कराएंगे व किसानों को अतिरिक्त मुआवजा की सही जानकारी के लिए की बिल्डर बॉयर्स से अधिक चार्ज तो नहीं ले रहा उसके लिए वेबसाइट बनाकर रेट तय कर देंगे उस से बॉयर्स एक्स्ट्रा कंपनसेशन का रेट स्वयं निकाल सकेगा एवं बिल्डर जो फ्लैट बेचता है उसका सीधा लिंक प्राधिकरण की वेबसाइट से भी होगा जिससे लाभ यह होगा कि बिल्डर एक फ्लैट को दो या तीन बार बेच देता था वह नही बेच पाएगा।
जिन पोजेक्ट के फ्लैट बायर्स उपस्थिति रहे उनमें प्रीति रानी, रुबीना, आसिम खान, संजय महेश्वरी, युवराज सिंह, पुनीत महाजन, ललित भाटी, टी के माथुर, एन एस ढींगरा, जिन प्रोजेक्ट के प्रतिनिधि रहे एवीजे हाइट्स, आर जी लक्सरी, अर्थ टाऊनी, अम्रापाली सेंचुरियन, अम्रापाली ड्रीम वेली, एअर विल इंटेलसिटी, शुभकामना सिटी आदि लोग मौजूद थे।