एयर इंडिया एक्सप्रेस के क्रू मेंबर किस बात से नाराज

अचानक छुट्टी पर जाने वाले केबिन क्रू सदस्यों पर एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. केबिन क्रू सदस्यों के छुट्टी पर जाने से उड़ानों पर असर हुआ है;

Update: 2024-05-10 10:26 GMT

अचानक छुट्टी पर जाने वाले केबिन क्रू सदस्यों पर एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. केबिन क्रू सदस्यों के छुट्टी पर जाने से उड़ानों पर असर हुआ है.

एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कम से कम 30 केबिन क्रू सदस्यों को बर्खास्त कर दिया है. एक दिन पहले ही एयरलाइन के लगभग 300 कर्मचारियों ने बीमार होने की बात कही और अपने फोन बंद कर लिए थे. कर्मचारियों के अचानक बीमार पड़ जाने और छुट्टी पर जाने से बड़े पैमाने पर उड़ानें बाधित हुईं.

मंगलवार रात से एयर इंडिया को अब तक 86 के करीब उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं.

एयर इंडिया एक्सप्रेस के केबिन क्रू सदस्यों के एक वर्ग ने मंगलवार रात से आखिरी समय में बीमार होने की सूचना दी, जिसके कारण उड़ानों में देरी हुई और या फिर उन्हें रद्द करना पड़ा.

क्या है मामला

एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयर एशिया इंडिया) टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की सहायक ईकाइयां हैं और इनके विलय की प्रक्रिया चल रही है.

समाचार चैनल एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि कर्मचारी नई रोजगार शर्तों का विरोध कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि चालक दल के सदस्यों ने कर्मचारियों के साथ "असमानता" का आरोप लगाया है.

इस सूत्र ने कहा कि उन्होंने दावा किया है कि कुछ स्टाफ सदस्यों को सीनियर पदों के लिए इंटरव्यू पास करने के बावजूद छोटे पदों की पेशकश की गई है.

एयर इंडिया एक्सप्रेस इम्प्लॉयीज यूनियन ने टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को 26 अप्रैल को एक पत्र लिखा था. उस पत्र में लिखा गया था, "कर्मचारियों के साथ समान व्यवहार नहीं किया जा रहा है. वेतन, अनुभव और योग्यता की उपेक्षा की जा रही है. कंपनी के पदों पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर बाहर के लोगों को नियुक्त किया जा रहा है."

रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस में कई हफ्तों से कर्मचारियों के बीच असंतोष की सुगबुगाहट थी.

अप्रैल में टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस के जॉइंट वेंचर विस्तारा ने भी चालक दल की अनुपलब्धता के कारण उड़ानें रद्द कर दीं. बाद में पायलटों के सामूहिक रूप से बीमार पड़ने के बाद इसे ऑपरेशन कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

दिल्ली के क्षेत्रीय श्रम आयुक्त अशोक पेरुमल्ला ने मई महीने की शुरुआत में कहा था कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के कर्मचारियों की चिंता जायज है और विमानन कंपनी में "कुप्रबंधन" और श्रम कानूनों का स्पष्ट तौर पर उल्लंघन किया गया है.

यात्रियों को हो रही दिक्कत

एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रबंधन सामूहिक छुट्टी के पीछे के कारणों को समझने के लिए क्रू मेंबर्स के साथ बातचीत कर रहा है और कहा कि वे यात्रियों की असुविधा कम करने के लिए काम कर रहे हैं.

इस बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों में देरी और रद्द किए जाने का संज्ञान विमानन मंत्रालय ने लिया है और एयरलाइंस से रिपोर्ट मांगी है. मंत्रालय ने एयरलाइन से यात्रियों की सुविधाओं को सुनिश्चित करने को कहा है.

कंपनी ने विमानों में देरी और रद्द होने पर यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा है कि यात्री एयरपोर्ट जाने से पहले फ्लाइट स्टेटस जांच लें. कंपनी ने कहा है कि वह दिक्कतों को कम करने की कोशिश कर रही है और अगर फ्लाइट रद्द होती है या उसका टाइम बदलता है तो वे एयरलाइन से संपर्क कर सहायता लें.

एयर इंडिया एक्सप्रेस 31 घरेलू और 14 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर साप्ताहिक 2,500 से अधिक फ्लाइट्स ऑपरेट करती है. इसके पास 70 से अधिक विमानों का बेड़ा है जिसमें बोइंग 737 और एयरबस ए-320 शामिल हैं. एयरलाइन के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा कि एयरलाइन में 2,600 केबिन क्रू हैं, जिनमें से 327 ने बुधवार को बीमार होने की सूचना दी.

Full View

Tags:    

Similar News