सपना बनकर रह गया गडढ मुक्त सड़कों का दावा
प्रदेश में भाजपा को पूर्ण बहुमत से प्रदेश की कमान मिलने के बाद विभिन्न प्रकार की योजनाओं के लिए ताबड़तोड़ फैसले लेते हुए भले ही उनका सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए गए;
ग्रेनो। प्रदेश में भाजपा को पूर्ण बहुमत से प्रदेश की कमान मिलने के बाद विभिन्न प्रकार की योजनाओं के लिए ताबड़तोड़ फैसले लेते हुए भले ही उनका सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए गए।
लेकिन जैसे-जैसे समय बीता सब कुछ पुराने ढर्रे पर चला गया। अनेकों फैसले विभागीय अधिकारी एवं सरकार के रहनुमाओं की अनदेखी के कारण अधर में लटक गए। चंद महीनों सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का सरकार का दावा तो लोगों के लिए सपना बनकर रह गया है। लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी विकास का राग अलापते हुए हवा में हजारों दावे करें लेकिन हकीकत बिल्कुल इसके विपरीत है।
लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए आज भी सड़कों पर जलभराव व गहरे गड्ढों का दंश झेलना पड़ता है। गांव रूस्तमपुर के ग्रामीणों का आरोप है कि रबूपुरा से गांव होकर यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड़ को जोड़ने वाले मार्ग पर गांव के बाहर गहरे गड्ढे बने हुए हैं जिनमें काफी जलभराव है। हर रोज ग्रामीणों समेत सैंकड़ों लोगों को नोएडा की तरफ जाने के लिए इस गंदगी से गुजरना पड़ता है। कई बार तो इसमें गिरकर राहगीर चोटिल हो जाते हैं।
कई बार समस्या के समाधान के लिए प्राधिकरण अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं रबूपुरा से वाया आछेपुर-पारसौल होते हुए दनकौर, ग्रेटर नोएडा मार्ग पर गांव पचोकरा के समीप ग्रामीणों का पानी सड़क पर बहने से वह सड़क पर बने गडढें में भर जाता है। गंतव्य तक पहुंचने के लिए सैंकड़ों लोगों व क्षेत्रीय छात्रों को इसी जलभराव से होकर गुजरना पड़ता है। किसी विभागीय अधिकारी या जनप्रतिनिधि का इस पर कोई ध्यान नहीं है।
एक तरफ जहां महीनों से खुदी पड़ी रबूपुरा से वाया तिरथली, जेवर को जाने वाली सड़क आमजन के लिए नासूर बनी हुई तो वहीं भाईपुर से फलैंदा होते हुए सीमावर्ती हरियाणा को जाने वाले मार्ग के हालात भी किसी से कम नहीं हैं। इसके अलावा भी अगर क्षेत्र ही अन्य सड़कों की बात की जाए तो उनका भी कुछ ऐसा ही नजारा है। पनीर दूध व देसी घी के लिए गए नमूने
सड़कों पर गड्ढे व जलभराव की जानकारी में नहीं है। जांच कराकर सम्बंधित विभागों को निर्देशित कर शीघ्र मार्गों को दुरूस्त कराया जाएगा। -राजपाल सिंह, एसडीएम जेवर