मुंबई के चार बड़े अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस

महाराष्ट्र सरकार ने निर्धारित दरों के अनुसार कोरोना वायरस‘कोविड-19’ रोगियों के लिए 80 प्रतिशत बेड उपलब्ध नहीं कराने के लिए हिंदुजा, जसलोक, बॉम्बे और लीलावती अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया;

Update: 2020-06-03 01:05 GMT

मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने निर्धारित दरों के अनुसार कोरोना वायरस‘कोविड-19’ रोगियों के लिए 80 प्रतिशत बेड उपलब्ध नहीं कराने के लिए हिंदुजा, जसलोक, बॉम्बे और लीलावती अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार अपराह्न दो बजे के आसपास इन अस्पतालों में ’अचानक दौरा’ कर व्यक्तिगत रूप से कोविड-19 बेड स्थिति की समीक्षा की।

राज्य के अधिकारियों ने पिछले महीने कोविड-19 रोगियों के लिए निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत बेड सरकारी दर से आरक्षित करने का फैसला किया था और 10 प्रतिशत गरीब रोगियों के लिए रखने का निर्णय लिया था।

ऐसी शिकायतें थीं कि कई अस्पताल इस संबंध में सरकारी मानदंडों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, खासकर जब राज्य और सरकारी अस्पताल में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है।

श्री टोपे ने यह भी पाया कि अस्पताल उपलब्ध बिस्तरों की संख्या का उल्लेख प्रदर्शित नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इस लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया और सभी निजी अस्पतालों को रोजाना बोर्ड लगाने का निर्देश दिया, जिसमें अस्पताल में कुल बेड की संख्या, कोरोना वायरस रोगियों के लिए आरक्षित बेड की संख्या, खाली पड़े बेडों की सही संख्या और सरकारी शुल्क शामिल हों।

श्री टोपे ने चेतावनी दी कि यदि निजी अस्पताल तुरंत अनुपालन करने में विफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनों का उल्लंघन करने के लिए कठोर कार्रवाई शुरू की जाएगी।

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