हरिप्रसाद का इस्तीफा नामंजूर, बनें रहेंगे प्रभारी
रायपुर ! कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव बी.के. हरिप्रसाद का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है।;
72 घंटे से जारी अटकलों पर लगा विराम
रायपुर ! कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव बी.के. हरिप्रसाद का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के साथ दिल्ली में घण्टे भर उनके साथ चर्चा हुई। इसीके साथ दो दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। राहुल गांधी ने उन्हें पहले की भॉति जिम्मेंदारी निभाने का निर्देश दिया है। श्री हरिप्रसाद शीघ्र ही छत्तीसगढ़ के दौरे पर आने वाले है। बताया जाता है कि मुलाकात के दौरान प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी को पद पर बनाए रखने का आग्रह किया था। इसके बाद श्री गांधी ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। सूत्रों की माने तो आने वाले समय में कांग्रेस संगठन में व्यापक बदलाव होने वाले है। उस दौरान हरिप्रसाद को उड़ीसा का प्रभार वापस लिया जा सकता है। नगरीय निकाय चुनावों में कांग्रेस की वहां शर्मनाक पराजय हुई है उसे देखते हुए नैतिकता के आधार पर उन्होंने प्रदेश प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी के साथ छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्मा गई। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल उनके समर्थन में दिल्ली पहुंच गए। बुधवार को भूपेश बघेल व हरिप्रसाद दोनों नेता राहुल गांधी से मिले। उनके बीच करीब घंटे भर चर्चा हुई। इस दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ की राजनीति से अगवगत कराया गया। प्रदेश के हित में उन्हे प्रभारी बनाए रखने का आग्रह बघेल ने हाई कमान से किया। नए प्रभारी महासचिव के आने से समीकरण बिगड़ सकता है अगले वर्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव होने वाले है। ऐसी स्थिति में फेरबदल से पार्टी को नुकसान हो सकता है। गांधी ने भूपेश बघेल की बातो को गंभीरता से सुना उसके बाद ही हरिप्रसाद को अपने पद पर कार्य करने का आदेश दिया बताया जाता है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी फिलहाल विदेश प्रवास पर है उनके वापस लौटने के बाद ही राज्यों के प्रभारी बदले जांऐगे। चर्चा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने संगठन की गतिविधियों पद यात्रा और विधानसभा के मौजूदा सत्र में पार्टी द्वारा उठाए जा रहे मुददों की जानकारी क्षेत्र प्रदेश प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद ने देशबन्धु से चर्चा करते हुए इस्तीफा अस्वीकार होने की जानकारी दी है ।
बीके हरिप्रसाद के इस्तीफे को लेकर चले करीब 72 घंटे का सस्पेंस खत्म हो गया है। हरिप्रसाद का इस्तीफा नामंजूर हो गया है। राहुल गांधी के साथ हुई करीब एक घंटे की मुलाकात के बाद हरिप्रसाद का इस्तीफा वापस लौटा दिया गया। इससे पहले 13 मार्च को ओडि़सा पंचायत चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सभी महासचिव सहित पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा की पुष्टि भी बीके हरिप्रसाद ने की थी। आज प्रदेश अध्यक्ष के साथ बीके हरिप्रसाद की राहुल गांधी से मुलाकात मे लंबी चर्चा के बाद उन्हें पद पर बने रहने का निर्देश दिया। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने उन्हें इस्तीफा देने में हड़बड़ी ना करने और अपनी जिम्मेदारी निभाने को कहा है। उससे पहले भूपेश बघेल और हरिप्रसाद के साथ राहुल गांधी की करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई। मुलाकात में पार्टी के मौजूदा हालात और रणनीति के साथ-साथ आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की जायेगी। हरिप्रसाद का इस्तीफा नामंजूर हो गया है। लेकिन संगठन में फेरबल की गुंजाइश अभी बनी हुई है। पांच राज्यों में आये परिणाम के बाद नये सिरे से संगठन में बदलाव किया जायेगा लेकिन आनन-फानन में बदलाव नहीं किया जायेगा। अगले दो तीन महीने में संगठन का चेहरा बदल सकता है।
छत्तीसगढ़ का प्रभार यथावत रहेगा : बीके हरिप्रसाद
उन्होंने कहा उनके पास छत्तीसगढ़ का प्रभार यथावत रहेगा। वे शीघ्र रायपुर आऐंगे और समन्वय समिति की बैठक लेगे। हम बैठक में आगमी कार्यक्रम तय किए जाएंगे अभी बैठक की तिथी तय नहीं हुई है।