पंजाब चुनावों के बीच बैलेट पेपर को लेकर शिअद ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी, आप उम्मीदवार पर लगाए गंभीर आरोप
पंजाब में चल रहे जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों के बीच फतेहगढ़ साहिब निर्वाचन क्षेत्र से बड़ा विवाद सामने आया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने राज्य चुनाव आयुक्त को एक औपचारिक पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह माडोफल पर गंभीर आरोप लगाए हैं;
पंजाब निकाय चुनावों में फतेहगढ़ साहिब बैलेट विवाद पर शिअद ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
चंडीगढ़/फतेहगढ़ साहिब। पंजाब में चल रहे जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों के बीच फतेहगढ़ साहिब निर्वाचन क्षेत्र से बड़ा विवाद सामने आया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने राज्य चुनाव आयुक्त को एक औपचारिक पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह माडोफल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पत्र में दावा किया गया है कि माडोफल ने मतदान शुरू होने से करीब 10 घंटे पहले सोशल मीडिया पर असली मतपत्रों (बैलेट पेपर) की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें सीरियल नंबर साफ दिखाई दे रहे थे। यह घटना मतदान शुरू होने के मात्र 51 मिनट बाद सामने आई।
शिअद के पत्र में इस कृत्य को आदर्श आचार संहिता (मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट) का गंभीर उल्लंघन बताया गया है। पत्र में कई सवाल उठाए गए हैं, जिनमें एक उम्मीदवार को मतदान से पहले असली बैलेट पेपर कैसे मिले? ये बैलेट कहां से आए और किसकी अनुमति से? क्या मतपत्रों की सुरक्षा और गोपनीयता से समझौता हुआ, जो चुनाव अधिकारियों के सख्त नियंत्रण में होने चाहिए?
शिअद ने इसे चुनावी सामग्री के दुरुपयोग, मतदाताओं को प्रभावित करने और चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता पर हमला करार दिया। पत्र में चुनाव कानूनों के उल्लंघन का भी जिक्र है, जिसमें बैलेट की कस्टडी चेन का ब्रेक और अनधिकृत हैंडलिंग शामिल है। इसके अलावा, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सीडब्ल्यूपी (पीआईएल) नंबर 358/2025 में जारी निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया कि ऐसी घटना न्यायिक आदेशों की अवमानना है।
शिअद ने राज्य चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई करते हुए घटना की स्वतंत्र, गहन और पारदर्शी जांच की मांग की है।
पंजाब में ये चुनाव बैलेट पेपर से हो रहे हैं, जो 13-14 दिसंबर को मतदान के साथ चल रहे हैं। फतेहगढ़ साहिब सहित कई जिलों में हजारों उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें आप, कांग्रेस, शिअद, भाजपा और निर्दलीय शामिल हैं। इस विवाद ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है। शिअद ने चेतावनी दी कि ऐसी चूक लोकतंत्र पर हमला है और आयोग की चुप्पी जनविश्वास को नुकसान पहुंचाएगी।