जेपी नड्डा पर हमले के बाद बंगाल से लेकर दिल्ली तक सियासत तेज

पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान जारी है;

Update: 2020-12-11 11:45 GMT

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान जारी है। चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारे में सरगर्मियां तेज हो रही है। कल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले ने आग में घी का काम किया है और अब बीजेपी और टीमएसी आमने सामने सामने है। कल के हमले के बाद से ही जहां जमीनी लड़ाई तेज हुई है तो वहीं जबानी जंग भी लगातार बढ़ती जा रही है। जहां हमले के बाद कल जेपी नड्डा ने कहा कि "टीएमसी के कार्यकर्ताओं और उनके गुंडों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी प्रजातंत्र के गले को दबाने के लिए। ये ज़्यादा दिन नहीं चलने वाला है ममता जी आपकी सरकार जाने वाली है और कमल खिलने वाला है।"

जेपी नड्डा के साथ साथ कैलाश विजयवर्गीय जिनकी कार पर पत्थर से हमला किया गया था और जो इस हमले में बाल बाल बचे थे उन्होंने कहा था कि "ये अराजकता की हद है। बंगाल में किसी राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का इस प्रकार स्वागत होता है क्या। जनता इस दिशा में निर्णय करे कि बंगाल का अपमान, बंगाल की संस्कृति और संस्कार का अपमान कब तक होने देंगे हम। अब बदलाव के लिए कमल खिलाने का समय आ गया है"

टीएमसी के द्वारा हमला कराने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी देते हुए कहा कि "बदलाव होगा.. हम बदलाव भी करेंगे और बदला भी लेंगे..."

जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी लगातार टीएमसी पर हमलावर हो रही है तो वहीं टीएमसी इस पूरे प्रकरण के पीछे बीजेपी का ही हाथ होने की बात कहीं है। पार्टी के सांसद और प्रवक्ता सौगत राय ने कहा "जे.पी.नड्डा कोई प्रधानमंत्री या गृह मंत्री नहीं हैं। उनको अभिषेक के संसदीय क्षेत्र में जाकर हंगामा नहीं करना चाहिए था।" इसके साथ टीएमसी प्रमुख और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उल्टा बीजेपी से ही सवाल कर डाला। ममता ने कहा कि हमने इस पूरे हमले की जांच के आदेश दे दिए हैं और इस हमले से टीएमसी के किसी कार्यकर्ता का कोई लेना देना नहीं है और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे सजा दी जाएगी। इसके साथ ही साथ ममता ने कहा कि ये सब भारतीय जनता पार्टी का किया धरा है।

आपको बता दें कि चुनावी बिगुल फूंकनें के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में थे। कल उनके दौरे का आखिरी दिन था और इसी दौरा उनपर जानलेवा हमला हुआ था। दौरे के दूसरे दिन दक्षिण 24-परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में रैली के दौरान नड्डा के काफिले पर हमला हुआ। टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने पथराव किया और नड्डा का रास्ता रोका था। इस पथराव में बीजेपी के काफी नेता और कार्यकर्ता घायल भी हो गए थे। इस हमले के बाद गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है वहीं अब गृह मंत्री अमित शाह खुद 19 से 20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। इस पूरे मामले में अभी भी जुबानी जंग जारी है।

 

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