ग्रेनो में संस्थागत भूखंड के आबंटन में एक हजार करोड़ का घोटाला
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में संस्थागत के ती भूखंडों के आबंटन में एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है;
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में संस्थागत के ती भूखंडों के आबंटन में एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है। प्राधिकरण स्तर पर शिकायत के बाद इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के दरबार में शिकायत पहुंच गई। मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्राधिकरण के सीईओ को जांच कराने का आदेश दिया है।
एसोसिएशन फार प्रवेन्शन आफ करप्शन के अध्यक्ष डॉ. संदीप पहल ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में शिकायत की थी संस्थागत के तीन भूखंडों के आबंटन में एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।
प्राधिकरण के नक्शे में तीन भूखंड शामिल नहीं थे, इसके बावजूद प्राधिकरण के अधिकारियों ने सांठ-गांठ करके भूखंड आबंटित कर दिया है। इस मामले में संस्था की तरफ से फर्जी कंपनियों को भूखंड आबंटित करने की शिकायत प्राधिकरण के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक अग्रवाल से की गई थी। सीईओ ने इस मामले की जांच एसीईओ कृष्ण कुमार को सौंप दिया था।
शिकायत कर्ता ने जब इस मामले में जांच की फाइल के बारे एसीईओ से जानकारी मांगी तो पता चला कि कार्यालय से फाइल गायब हो गई। आरआईटी के तहत इस मामले में जानकारी मांगी जाए। संदीप पहल ने अब आरटीआई के तहत जानकारी के लिए आवेदन किया तो उनसे कहा कि इसके लिए 1600 रुपए जमा करना होगा।
रुपए जमा करने के बाद आरटीआई के तहत गोलमोल जवाब दिया गया। प्राधिकरण की तरफ से जब कोई न्याय नहीं मिला तो संदीप ने 100 पेज की शिकायत मुख्यमंत्री से की। शिकायत में उन्होंने शपथ पत्र भी दिया कि अगर उनकी शिकायत गलत पाई तो उनके खिलाफ की जाए। संदीप की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच कराने का आदेश प्राधिकरण के सीईओ को दिया है।