मोदी सरकार का ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम भी जुमला साबित हुआ: कांग्रेस

 कांग्रेस ने पिछले चार साल के दौरान गंगा में प्रदूषण बढ़ने की खबर को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला किया;

Update: 2018-10-18 16:19 GMT

नयी दिल्ली।  कांग्रेस ने पिछले चार साल के दौरान गंगा में प्रदूषण बढ़ने की खबर को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला करते हुए आज कहा कि 2014 के आम चुनाव में निर्मल और अविरल गंगा के वादे के साथ सत्ता में आयी मोदी सरकार का ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम भी जुमला साबित हुआ है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गंगा की सफाई को लेकर मीडिया में आयीं खबरों पर कहा कि चार साल पहले गंगा की सफाई को लेकर जो लुभावनी बातें की गयी थीं, वे सिर्फ जुमला साबित हुई हैं और गंगा पहले की तुलना में ज्यादा मैली हुई है।

गंगा सफाई के लिए मोदी सरकार ने जो महत्वकाक्षी ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम शुरू किया वह बेअसर रहा है और निर्मल गंगा के नाम पर लोगों के साथ धोखा किया गया है। 

सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “माँ गंगा ने बुलाया है’/ थी सिर्फ़ जुमलों की बात,/ दिया धोखा, किया माँ गंगा से विश्वासघात/ न काशी बना ‘क्योटो’/ अधिक दूषित हुईं गंगा जी, न हुआ उद्धार/ चंद महीनों की बात है, जनता लेगी लोकतांत्रिक प्रतिकार।”

‘माँ गंगा ने बुलाया है’, थी सिर्फ़ जुमलों की बात,

दिया धोखा, किया माँ गंगा से विश्वासघात,

न काशी बना ‘क्योटो’, अधिक दूषित हुईं गंगा जी, न हुआ उद्धार,

चंद महीनों की बात है, जनता लेगी लोकतांत्रिक प्रतिकार!  https://t.co/OUlALmisHH

— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 18, 2018


 

इसके साथ ही उन्होंने वह खबर भी पोस्ट की है जिसमें कहा गया है कि नमामि गंगे कार्यक्रम शुरू करने और गंगा सफाई पर 3,867 करोड़ रुपये ख़र्च करने के बावजूद मोदी सरकार के कार्यकाल में यह नदी और अधिक दूषित हुई है। खबर में दावा किया गया है कि सूचना का अधिकार के तहत मिली जानकारी से पता चलता है कि गंगा सफाई के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नमामि गंगे’ के बावजूद पिछले साढ़े चार साल के दौरान गंगा और मैली हुई है। 

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