किसान आंदोलन का आज 24वां दिन,किसानों के समर्थन में आगे आयीं बसपा सुप्रीमो

अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आज 24वें दिन भी ज़ोरदारी से अड़े हुए हैं;

Update: 2020-12-19 13:07 GMT

अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आज 24वें दिन भी ज़ोरदारी से अड़े हुए हैं। अन्नदाताओं का कहना है कि चाहे कितनी ही ठंड क्यों न पड़े हम यहां से तब तक वापस नहीं जाएंगे जब तक सरकार तीनों काले कानून वापस नहीं लेती। वहीं आंदोलन के चलते आज भी दिल्ली के कई बॉर्डर बंद हैं और कई रास्ते डायवर्ट किए गए हैं।चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली से नोएडा आने वाला लेन खुला है, हालांकि नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद है। कृषि कानूनों की मुख़ालफ़त के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर सुबह दो घंटे के लिए पाठ हुआ। सुबह नौ बजे से पाठ शुरू हुआ ताकि इस आंदोलन में कुर्बानी देने वालों की आत्मा को शांति मिल सके। इस आंदोलन में अलग अलग वजहों से अब तक 29 किसान शहीद हो चुके हैं। इनमें सिंघु, टिकरी बॉर्डर के अलावा हरियाणा, पंजाब से किसानों के हक की लड़ाई की मुहिम शुरू करने वाले शहीदों के नाम शामिल हैं। सिंघु बॉर्डर पर रोजाना अरदास हो रही है। इस आन्दोलन के समर्थन में बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की है। मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि केंद्र सरकार को तीन नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलित अन्नदाताओं के साथ हठधर्मी वाला नहीं बल्कि सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाना चाहिए। साथ ही कहा कि किसानों की मांगों को स्वीकार कर तीनों कानूनों को तत्काल वापस ले लेना चाहिए।

 

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