स्कूल के नवनिर्मित भवन को चौरेंगा सरंपच ने बनाया कांजी हाउस
चौरेंगा सरंपच ने शिक्षा के मंदिर को आवारा मवेशी रखने कांजी हाउस बना डाला । एक माह से 55 गाय बिना चारा के भूखे चार दिवारी में बंद हैं;
सिमगा। चौरेंगा सरंपच ने शिक्षा के मंदिर को आवारा मवेशी रखने कांजी हाउस बना डाला । एक माह से 55 गाय बिना चारा के भूखे चार दिवारी में बंद हैं । अपनी मौत का इंतजार कर रही हैं । ना तो पंचायत और ना ही गौ सेवक बेजुबान मवेषियों का सुध लेने का नाम नहीं ले रहे हैं । प्रदेश में बदइंतजामी के चलते गौशाला में पिछले दिनों सैकड़ों गाये मौत के मुंह में समा चुकी हैं । लगता है अब चौरेंगा कांजी हाउस की बारी है ।
सिमगा ब्लाक मुख्यालय से 14 कि.मी. दूर ग्राम पंचायत चौरेंगा ब्लाक का सबसे बड़ा पंचायत माना जाता है । सन 2012-13 में शासन ने गांव के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने लाखों रूपये खर्च कर स्कूल भवन का निर्माण कराया था । पंचायत के तत्कालीन सरपंच गोपाल वासुदेव ने उक्त नवनिर्मित भवन को शिक्षा के मंदिर बनाने की जगह आवारा मवेशियों को रखने कांजी हाउस का रूप में इस्तेमाल किया । कन्हैया साहू मवेशी चौंकीदार ने प्रतिनिधि को बताया कि आवारा मवेशी जिसकी संख्या 55 है को एक माह से कांजी हाउस (स्कूल भवन) में रखा गया है ।
पंचायत सचिव अश्वनी कौशल को चारा-पानी की व्यवस्था करने बोलने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है । सरपंच गोपाल वासुदेव को पंचों ने अविस्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटा दिया है ।
वर्तमान सरपंच छेदी साहू ने बताया कि पूर्व सरपंच गोपाल वासुदेव के कार्यकाल में स्कूल भवन में कांजी हाउस बनाया गया था । वहीं उन्होंने गायों के चारा नहीं होने पर कहा कि बिना चारा के जानवर कैसे रह सकते हैं । परंतु किस मद से चारा की व्यवस्था कब किया गया इस पर सरपंच साहू ने गोल मोल जवाब दिया । सिमगा बी.ई.ओ. एस.के. गेंदले ने कहा कि स्कूल भवन छात्रों के लिए छोटा पड़ रहा था। अत: दूसरे भवन में व्यवस्था किया गया है ।
कांजी हाउस के लिए अनुमति मेरी जानकारी में नहीं है । जिला उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस रमेष धृतलहरे ने बताया कि पूर्व सरपंच ने स्कूल भवन को कांजी हाउस बना दिया है । शासन द्वारा लाखों रूपये खर्च कर शिक्षा का मंदिर बनाया गया था । उसे कांजी हाउस बनाना शासकीय राशि का दुरूपयोग है । वहीं उन्होंने कहा कि एक माह से 55 गाय को बिना चारा-पानी के रखा गया है जो कि दुखद है ।