आरएसएस के साथ हुई चर्चा का खुलासा करें जमात ए-इस्लामी : विजयन

केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने शुक्रवार को कहा कि जमात-ए-इस्लामी के नेताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं के साथ अपनी चर्चा के बारे में खुलासा करना चाहिए;

Update: 2023-02-18 09:36 GMT

तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने शुक्रवार को कहा कि जमात-ए-इस्लामी के नेताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं के साथ अपनी चर्चा के बारे में खुलासा करना चाहिए।

श्री विजयन ने यह बाते उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही, जिसमें कहा गया था। आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार, श्री राम लाल और श्री कृष्ण गोपाल ने जमात-ए-इस्लामी के नेताओं से 14 जनवरी को नयी दिल्ली में पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग के घर पर तीन घंटे तक बंद दरवाजा बैठक की थी।

उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी का यह तर्क है कि संघ परिवार के साथ मतभेदों से परे संवाद और चर्चा की आवश्यकता है, जो उनके पाखंड को उजागर करता है।

उन्होंने कहा कि यह भी तर्क दिया जा रहा है कि देश के प्रशासन को नियंत्रित करने वाले आरएसएस के समक्ष भारतीय अल्पसंख्यकों की आम समस्याओं को प्रस्तुत करने के लिए चर्चा की गई और भी अजीब है।

उन्होंने कहा, "जमात-ए-इस्लामी को अल्पसंख्यकों को नष्ट करने का अधिकार किसने दिया? चर्चा की सामग्री जो भी हो, यह देश के अल्पसंख्यकों की मदद करने के लिए नहीं है। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मतलब धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा है। क्या वे नहीं जानते कि कौन इसे बाधित कर रहा है।अगर हम ऐसे लोगों से बातचीत करें तो धर्मनिरपेक्षता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा कैसे संभव हो सकती है?"

मुख्यमंत्री ने कहा, "भारत में धर्मनिरपेक्ष समुदाय आज संघ परिवार की कट्टर हिंदुत्व की राजनीति के खिलाफ कड़ा संघर्ष कर रहा है। ऐसे समय ऐसी कार्यावहियां आरएसएस के एजेंडे को मजबूत करेंगी।"

उन्होंने कहा, "इससे ज्यादा सबूत की जरूरत नहीं है कि ये ताकतें धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों को नष्ट करने के लिए एकजुट हैं। यह धर्मनिरपेक्ष समाज के लिए एक चुनौती है।"

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