ढाका : बांग्लादेश अवामी लीग की अध्यक्ष एवं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली "अवैध" अंतरिम सरकार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार गैर-मुसलमानों खासकर हिंदुओं के खिलाफ अकल्पनीय अत्याचार कर रही है। क्रिसमस के अवसर पर अवामी लीग समर्थकों को दिए एक संदेश में हसीना ने कहा कि यूनुस सरकार ने धार्मिक अल्पसंख्यकों को जलाकर मार डालने जैसे "भयावह उदाहरण" पेश किए हैं।
एक गैर सांप्रदायिक बांग्लादेश की कल्पना
शेख हसीना द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "कुछ अर्सा पहले तक बांग्लादेश सांप्रदायिक सद्भाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरा था। राष्ट्रपिता ने एक गैर-सांप्रदायिक बांग्लादेश की कल्पना की थी। बांग्लादेश अवामी लीग ने यह सुनिश्चित करके उस सपने को साकार करने का प्रयास किया कि सभी धर्मों के लोग स्वतंत्र रूप से और बिना किसी बाधा के जीवन यापन कर सकें। इसने बांग्लादेश में सभी धर्मों के लोगों के लिए समान अधिकार और सम्मान स्थापित करने के लिए काम किया।" पूर्व पीएम के इस बयान को अवामी लीग पार्टी ने गुरुवार शाम को इंटरनेट मीडिया पर साझा किया।
धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता में दखल
बयान में आगे कहा गया, "मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि सत्ता पर अवैध रूप से कब्जा करने वाला मौजूदा सत्तारूढ़ समूह सभी धर्मों और समुदायों के लोगों की अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता में दखल दे रहा है। यह गैर-मुसलमानों विशेष रूप से हिंदुओं के खिलाफ अकल्पनीय अत्याचार कर रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि बांग्लादेश की जनता इस अंधकारमय दौर को और अधिक समय तक जारी नहीं रहने देगी।" हसीना का बयान उस दिन आया जब स्थानीय मीडिया ने बुधवार देर रात हुसैनडांगा इलाके में भीड़ द्वारा कथित तौर पर अमृत मंडल नामक एक अन्य हिंदू को पीट-पीटकर मार डाले जाने की खबर दी।
अंतरिम सरकार में हिंदुओं पर बढ़ रहे हमले : रिपोर्ट
वाशिंगटन : गुरुवार को प्रकाशित न्यूयार्क स्थित थिंक टैंक गेटस्टोन इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद की स्थिति का फायदा उठाकर इस्लामी कट्टरपंथियों, जिहादियों और आतंकवादियों को सक्रिय कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेषकर हिंदुओं, महिलाओं और धर्मनिरपेक्ष आवाजों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम सरकार ने अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार कट्टरपंथी समूहों को सक्रिय रूप से समर्थन दिया है। रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि ट्रंप प्रशासन को कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी को आधिकारिक तौर पर एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करना चाहिए और यूनुस को जवाबदेह ठहराने के लिए कदम उठाने चाहिए।