बुंदेलखंड में बच्चियां करती हैं पितरों का तर्पण
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पितरों के श्राद्ध की अनोखी परम्परा है जिसके तहत बालिकायें ये काम करती हैं ।;
महोबा । उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पितरों के श्राद्ध की अनोखी परम्परा है जिसके तहत बालिकायें ये काम करती हैं ।
हालांकि ये परम्परा अब गांव तक ही सिमट के रह गई है लेकिन सैंकडों साल से जारी ये परम्परा अभी भी जारी है । सैंकडों साल पहले महबुलिया नाम की एक महिला ने इसे शुरू किसा था जो आज भी जारी है । बच्चियां हर रोज गोधुलि वेला में इसे कांटेदार झाड में रंग रंगीले फूलों से सजाती हैं और इसे किसी तालाब या नदी में विसर्जित कर देती हैं ।
विसर्जन के बाद रास्ते में बच्चियां रास्ते में मिलने वाले लोगों को भीगे चने की दाल और लाई प्रसाद में देती हैं ।
हर रोज अलग अलग घर से ये पूजा आयोजित होती है । इसका मकसद बच्चियों के महत्व को भी बताना है । घर के बडे बुजुर्गों के इस काम को करने से घर का मार्हाल जहां गमगीन हो जाता हैं वहीं बच्चियों के इसे करने से उत्सव का मार्हाल रहता है ।