किसानों ने दी आर-पार की लड़ाई शुरू करने की चेतावनी

ईस्टर्न पेरीफेरल के जमीन अधिग्रहण से 40 गांव के किसान लगातार दो महीने से आंदोलन कर रहे है आज तक मांगों पर कोई सहमति नहीं बन पाई;

Update: 2017-05-29 13:01 GMT

ग्रेटर नोएडा। ईस्टर्न पेरीफेरल के जमीन अधिग्रहण से 40 गांव के किसान लगातार दो महीने से आंदोलन कर रहे है आज तक मांगों पर कोई सहमति नहीं बन पाई। रविवार को किसानों ने धरना स्थल पर पंचायत कर चेतावनी दी कि अगर 15 दिन में उनकी मांग पूरी न हुई तो आर-पार की लड़ाई शुरू करने पर मजबूर होंगें। पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का पूरा निर्माण कार्य बंद करा देंगे। पंचायत में किसान पांच प्रस्ताव को लेकर अपनी रणनीति तैयार की।

पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे अधिग्रहण प्रतिरोध आंदोलन समिति बाजार दर का चार गुना मुआवजा, सर्विस रोड का निर्माण, रोजगार अन्य मुद्दों को लेकर धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग पर केंद्रीय नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी व जिला प्रशासन से कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सहमति नहीं।

पांच प्रस्ताव में किसानों ने मांग रखी कि ग्रामीण क्षेत्र जहां पर क्षेत्र पंचायत वहां पर चार गुना मुआवजा, अर्बन क्षेत्र जहां पर क्षेत्र पंचायत समाप्त हो चुका वहां पर दो गुना मुआवजा दिया जाए। किसान परिवार के प्रत्येक 25 साल के युवक को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। एनएचएआई प्रत्येक बेरोजगार को पांच लाख रुपए एक मुश्त भुगतान किया जाए। सर्विस रोड, कनेक्टिविटी, अंडरपास का निर्माण व टोल टैक्स फ्री किया जाए।

26 मई को कोर्ट ने किसानों की याचिका पर एनएचएआई को नए कानून के तहत मुआवजा देने पर जो जवाब दाखिल करने के लिए कहा है, इसमें अन्य अन्य सभी किसान भी अपनी याचिकाए डालेंगे। 30 मई से आंदोलन को जन आंदोलन बनाने के लिए सभी 40 गांवों में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। 

किसान नेता सुनील फौजी ने कहा कि अगर उनकी मांग पर जल्द विचार नहीं किया तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस दौरान बाबा इंद्रराज, जितेंद्र प्रधान, बलराज, पप्पू राणा, राजेश नागर, श्यामवीर नागर, अजब सिंह, राजकुमार शर्मा आदि लोग मौजूद थे।  

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