नपा अध्यक्ष को वापस बुलाने कलेक्टर के समक्ष पार्षदों का हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण
नपा रतनपुर के पार्षदों और अध्यक्ष के बीच खींचतान अब अंतिम चरण में है आज नपा अध्यक्ष को वापस बुलाये जाने के आवेदन पर पार्षदों द्वारा जिलाधीश के समक्ष हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण हुआ;
रतनपुर। नपा रतनपुर के पार्षदों और अध्यक्ष के बीच खींचतान अब अंतिम चरण में है आज नपा अध्यक्ष को वापस बुलाये जाने के आवेदन पर पार्षदों द्वारा जिलाधीश के समक्ष हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण हुआ हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण के बाद धर्म नगरी में राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है।
वही दिग्गज कांग्रेसियों के मान-मनौव्वल हुई नाकाम साबित कांग्रेस व निर्दलीय सहित 13 पार्षदों ने अपने हस्ताक्षर का प्रतिपरीक्षण आज जिलाधीश के समक्ष देकर सभी को हैरत में डाल दिया है। यहां के आम नागरिकों का कहना है कि नपा अध्यक्ष आशा सूर्यवंशी हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी और उनके अध्यक्ष पद पर आसीन होने के बाद से नगर विकास से कोसों दूर हो चुका है।
धर्म नगरी रतनपुर में विगत करीब 1 वर्ष से नपा अध्यक्ष और पार्षदों के बीच आपसी खींचतान चल रहा है यह आपसी मतभेद इस हद तक बढ़ चुका है कि पार्षदों ने नपाध्यक्ष को उनके पद से हटाने के लिए वापस बुलाने संबंधी आवेदन जिलाधीश को सौंपा था जिसमें आवश्यक कार्यवाई हेतु सोमवार को जिलाधीश कार्यालय में पार्षदों का हस्ताक्षर प्रतिपरीक्षण हुआ। इस संबंध में पार्षदों का कहना है कि नपा अध्यक्ष नगर विकास के लिए गंभीर नहीं है कई बार उनका नगर विकास के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के बाद भी उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता जिसके चलते मजबूर होकर हमें नगर हित को ध्यान में रखते हुए उन्हें पद से हटाने वापस बुलाए जाने संबंधी आवेदन कलेक्टर के समक्ष दिया है।
पार्षदों ने बताया कि आशा सूर्यवंशी के द्वारा ना ही कभी वार्ड के विकास संबंधी चर्चा पार्षदों से की गई और साथ ही उनके द्वारा वार्ड विकास के लिए आए शासन के पैसों का सदुपयोग किया गया है। वही यहां के आम जनता भी आशा सूर्यवंशी से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है उनका कहना है कि आशा सूर्यवंशी के अध्यक्ष पद पर आसीन होने से नगर के लोगों की परेशानियों में काफी इजाफा हुआ है। वर्तमान में आम जनता को मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ रहा है लेकिन नपा अध्यक्ष को हमारी परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है।
हस्ताक्षर की हुई पुष्टि
छत्तीसगढ़ अधिनियम के तहत जिलाधीश को दिए 13पार्षदों के आवेदन का हस्ताक्षर पुष्टि हेतु जिला कलेक्टर में सभी 13 पार्षदों ने एकजुटता दिखाकर अपने हस्ताक्षर का प्रतिपरीक्षण कराया और लोगों को अचरज में डाल दिया।