लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने झोंकी ताकत, राहुल गांधी आज कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान को दिखाएंगे हरी झंडी

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व रायबरेली से प्रत्याशी राहुल गांधी मौजूदा लोकसभा अभियान में भाजपा के झूठे आरोपों का मुकाबला करने के लिए संविधान की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता और दस्तावेज में निहित आरक्षण के प्रावधान को उजागर करेंगे;

Update: 2024-05-10 10:52 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व रायबरेली से प्रत्याशी राहुल गांधी मौजूदा लोकसभा अभियान में भाजपा के झूठे आरोपों का मुकाबला करने के लिए संविधान की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता और दस्तावेज में निहित आरक्षण के प्रावधान को उजागर करेंगे। पार्टी रणनीतिकारों के अनुसार संविधान को बदलने के लिए भाजपा से 400 सीटों की आवश्यकता है। भाजपा का यह रुख आरक्षण के प्रावधानों के साथ छेड़छाड़ करना है।

पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि जाति-आधारित आरक्षण को हटाने का खतरा गांवों में लोगों के बीच गूंज रहा था और भगवा पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रहा था। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी ने विपक्ष के इस आरोप से जनता का ध्यान हटाने के लिए 8 मई को अपने अभियान के दौरान अचानक अडाणी-अंबानी का मुद्दा उठाया।

इसके अनुसार पार्टी प्रबंधकों ने आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संविधान पर एक राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित किया है, जहां राहुल गांधी इस मुद्दे पर अपने विचार रखेंगे। इससे पहले राहुल और सपा नेता अखिलेश यादव क्रमश: कन्नौज और कानपुर सीटों पर संयुक्त रैलियों को संबोधित करेंगे।

यूपी के प्रभारी एआईसीसी सचिव तौकीर आलम ने ईटीवी भारत से कहा,'राहुल गांधी 10 मई को लखनऊ में संविधान पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

संविधान को बदलने की भाजपा की धमकी जो आरक्षण प्रणाली को हटा सकती है। देश के सभी गांवों के लोगों को चिंतित कर दिया है। विभिन्न भाजपा नेताओं ने अभियान के दौरान कहा है कि संविधान को बदलने के लिए पार्टी को 400 सीटों की आवश्यकता है।

हमारे नेता हर चुनावी रैली को संबोधित करते हुए संविधान की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं लेकिन संदेश को बढ़ाने की जरूरत है। लखनऊ में उनके भाषण का संदेश पूरे देश में जाएगा।'

उन्होंने कहा आगे कहा,'पीएम देश के ग्रामीण हिस्सों में 400 प्लस अभियान के नकारात्मक प्रभाव से चिंतित हैं और इसलिए उन्होंने अडाणी और अंबानी के मुद्दे को उठाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की है जो वास्तव में उनके दोस्त हैं लेकिन हमें संविधान की रक्षा की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित रखना होगा।

एआईसीसी पदाधिकारी के मुताबिक पीएम अपने नकारात्मक अभियान से जमीन पर हो रहे नुकसान को लेकर चिंतित थे और इसलिए कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रहे थे।

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