चुनावों की घोेषणा के साथ ही पंजाब मेें कारों से हटी लालबत्ती
चंडीगढ़ ! पंजाब में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही मंत्रियों की कारोें से लालबत्ती हट गयी तथा मुख्यमंत्री का संगत दर्शन कार्यक्रम बंद हो गया।;
चंडीगढ़ ! पंजाब में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही मंत्रियों की कारोें से लालबत्ती हट गयी तथा मुख्यमंत्री का संगत दर्शन कार्यक्रम बंद हो गया।
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि संगत दर्शन कार्यक्रम राजनीतिक न होकर लोगोेेें की समस्यायें हल करने तथा विकास से संबंधित है लेकिन कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर के अनुसार यह कार्यक्रम पूरी तरह राजनीतिक है तथा अपनी चहेती पंचायतोें को खुलकर ग्रांट दी जाती हैं। अब ये ग्रांट तथा चैक देने का काम भी बंद हो गया।
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार विकास के लिये मिले पैसे को खर्च न करके संगत दर्शन कार्यक्रम पर खर्च करती है। आचार संहिता लागू होने से पैसे तथा सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग पर रोक लग गयी है। यह राहत की बात है। आचार संहिता लागू होने के साथ मंत्रियों की कारों से लालबत्ती उतर गयी। इसके अलावा उन्हेें मिलने वाले भत्ते और अन्य सुविधायेें नहीं मिलेेंगी। अब केवल सरकारी काम ही होंगे और राजनीतिक कामोें पर लगाम लगेगी।
यदि कहीं चुनाव आदर्श आचार संहिता का दुरूपयोग होता पाया गया तो राज्य चुनाव आयोग की पैनी नजर से बच नहीं पायेेगा और कार्रवाई की जायेगी। आयोग कह चुका है कि अब हर बात पर आयोग की नजर रहेेगी। सब काम सर्वेलेंस पर होगा। इस चुनाव मेें वेबकास्टिंग तथा आधुनिक उपकरणोेें की मदद ली जायेगी ताकि किसी भी पार्टी के राजनेता एक दूसरे के खिलाफ आरोप या झूठी शिकायत नहीं कर सकेंगे। चुनाव में जीएसपी का पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है। संवेदनशील इलाकों में कैंमरे छिपाकर लगायेे जायेंगे ताकि किसी को पता न चल सके कि उनकी हरकत कैमरे मेें कैद हो रही है। सभी पार्टियोें को एक दिन के भीतर रैली करने की अनुमति मिल सकेगी। आॅनलाइन आवेदन करना होगा।