महिला चिकित्सकों की कमी से परेशान महिला रोगी

सरकारी अस्पताल में महीनों से महिला चिकित्सक का पद रिक्त होने के कारण महिला रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है;

Update: 2018-01-10 15:24 GMT

होडल।  सरकारी अस्पताल में महीनों से महिला चिकित्सक का पद रिक्त होने के कारण महिला रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

अस्पताल में महिला चिकित्सक की कमी होने के कारण कई बार तो महिला रोगियों को बैरंग लौटने को मजबूर होना पड़ता है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा एलएमओ व निजी अस्पताल की महिला चिकित्सकों की व्यवस्था कर मरीजों को स्वास्थ सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है। उप मंडल के दर्जनों गावों के महिला पुरुषों को स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराने वाले क्षेत्र के एक मात्र सरकारी अस्पताल में पिछले काफी समय से महिला चिकित्सक का पद रिक्त पड़ा हुआ है।

चिकित्सक के अभाव में यहां पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं को कई बार तो पुरुष चिकित्सकों से उपचार कराने को मजबूर होना पड़ता है जिसके कारण शर्मसार महिला रोगी न तो अपने रोग को ठीक से बता पाती है और न ही पुरुष चिकित्सक ही उसका ठीक से उपचार कर पाता है।

अस्पताल में प्रत्येक महीने की 9 तारीख को प्रधानमंत्री मातृत्व दिवस के अवसर पर महिलाओं के स्वास्थ जांच के लिए शिविर भी लगाया जाता है जिसमें सैंकड़ो महिला रोगियों के नाम पंजीकृत किए जाते हैं लेकिन महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण निराशा हाथ लगती है जब उन्हें बताया जाता है कि आप एलएमओ से अपनी जांच करा लें। 

क्या कहती हैं महिला रोगी

वह अस्पताल में सुबह से स्वास्थ जांच के लिए इधर से उधर भटक रहीं हैं। बड़ी मुशिकल से तो अस्पताल में नाम पंजीकृत किया गया है और अब यहां महिला चिकित्सक नहीं है जिसके कारण परेशानी उठानी पड़ती है।    
- मछला देवी

वह जब भी सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचती है तो बताया जाता है कि यहां महिला चिकित्सक मौजूद नहीं है जिसके कारण वह अपनी बीमारी की ठीक से जांच नहीं करा पा रही हैं।                            
- ऊषा देवी 

प्रशासन की तरफ से उन्हेंं सरकारी अस्पताल में महिला रोगियों की जांच के लिए बुलाया जाता है जिसे वह पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा कर रही हैं। अस्पताल में प्रत्येक महीने की 9 तारीख को तो महिला रोगियों की संख्या में इजाफा हो जाता है।

-डा. मंजू बंसल

दिसम्बर माह में इस अस्पताल में एक महिला चिकित्सक को नियुक्त किया गया था लेकिन कुछ दिन कार्य करने के बाद उक्त महिला चिकित्सक को जिला अस्पताल में बुला लिया गया है जिसके कारण अब इस अस्पताल में महिला चिकित्सक का पद रिक्त पड़ा हुआ है। उन्होंन इस मामले से विभागीय उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है।     
- डा. चरणगोपाल चिक्सिा अधिकारी

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