यमुना में मॉडल के तौर दो गांव स्मार्ट विलेज के रूप में होंगे विकसित
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर की तर्ज पर 80 गांवों को स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया था;
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर की तर्ज पर 80 गांवों को स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया था। इस दिशा में प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है। सबसे पहले दो गांवों को मॉडल के तौर स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित किया जाएगा।
खरेली भाव व बल्लूखेड़ा को स्मार्ट विलेज के रूप में विकास करने को लेकर ड्रोन से सर्वे कराया जा रहा है। दो गांव को विकसित करने के बाद प्राधिकरण क्रमवार 80 गांवों को विकसित किया जाएगा।
प्राधिकरण के अधिसूचित गांवों में ग्राम पंचायत का अस्तित्व समाप्त होने के बाद इन गांवों में पूरी तरह विकास कार्य प्राधिकरण के जिम्मे आ गया है। हालांकि पहले भी नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण जिन गांवों की जमीन का अधिग्रहण करता था उन गांवों में विकास कार्य प्राधिकरण ही करता है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बोर्ड प्रस्ताव पास किया था कि 80 गांवों को स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित किया जाएगा।
सेक्टर की तर्ज पर गांव में नाली, सीवर, बारात घर, सड़क का निर्माण किया जाएगा। विकास के दौरान गांव की ऐतिहासिक धरोहर व सांस्कृति का भी ध्यान रखा जाएगा उस तर्ज पर गांव का विकास होगा। बल्लूखेड़ा व खरेली भाव में विकास कार्य अगले माह से शुरू हो जाएगा। इन दोनों गांव को स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित करने के लिए ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है।
यमुना एक्सप्रसे-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि विकास के दौरान ग्रामीणों को भी सुझाव लिया जाएगा। दो गांव को माडल के तौर पर विकसित करने के बाद अन्य गांवों में भी उसी तर्ज पर विकास कार्य कराया जाएगा।