पिछला मुआवजा मिला नहीं,नयी आपदा ने तोड़ दी किसानो की कमर: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में पिछले नुकसान के एवज में मिलने वाले मुआवजे की बाट जोह रहे किसानों की नयी आपदा ने कमर तोड़ दी है।;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तूफानी बारिश से प्रभावित किसानो के प्रति हमदर्दी का इजहार करते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में पिछले नुकसान के एवज में मिलने वाले मुआवजे की बाट जोह रहे किसानों की नयी आपदा ने कमर तोड़ दी है।
श्री यादव ने रविवार को कहा कि तूफान से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इससे पहले भी किसानों को बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हो चुका है। राज्य के किसानों की हालत पहले से ही खराब थी। मौसम के बदलाव ने भी अब उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है। भाजपा सरकार ने किसानों को पिछली बार हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया। किसान दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है। अब इस नई आपदा ने किसानों की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है।
उन्होने कहा कि सरकार को कोई भी खानापूर्ति करने के बजाए सीधे किसानों को तत्काल मदद करनी चाहिए। किसान देश और प्रदेश की रीढ़ है। आज करोना संक्रमण के आपदा काल में किसान ही पूरे समाज की उम्मीद बनकर उभरा है। ऐसे में किसानों को जो नुकसान हो रहा है उसकी हर हालत में भरपाई होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आंधी-तूफान, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में इधर अब तक दो दर्जन मौतें हो चुकी हैं। बड़ी संख्या में पशु भी मारे गए हैं। किसान तबाह है। किसानों को न खाद और न बीज उपलब्ध है।
उन्होने कहा कि केन्द्र में भाजपा ने छह वर्ष पूरे कर लिए हैं। पांच वर्षों में उसने जनता को सिर्फ बहकाया है। किसान की आय दुगनी नहीं हुई, नौजवानों को करोड़ों की संख्या में नौकरियां नहीं मिलीं, नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और उद्योग धंधे बंद करा दिए। आर्थिक विकासदर लगातार गिरती जा रही है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार टीम इलेवन के जरिये जबानी मैच खेलती रही और श्रमिक भूखे-प्यासे अपने मासूम बच्चों के साथ घर जाने के लिए पैदल चलते रहे। महिलाओं का ट्रेन, ठेलिया या सड़क पर प्रसव हो गया। भाजपा सरकार की संवेदनशून्यता की हद है, भाजपा नेतृत्व इस सबसे विचलित होने के बजाय नये रंग-रूप के मूड में आ गई है।