मोदी ने सरकारी कंपनियों का हक छिना, निजी क्षेत्र काे पहुंचाया लाभ : सिद्धू ​​​​​​​

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान सरकारी क्षेत्र की कंपनियों की अनदेखी की है;

Update: 2019-04-20 14:10 GMT

नयी दिल्ली । कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान सरकारी क्षेत्र की कंपनियों की अनदेखी की है और निजी क्षेत्र की चुनिदा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए काम किया है।

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि  मोदी ने अपने कार्यकाल में सरकारी कंपनियों का हक मारकर अपने कुछ मित्रों की कंपनियों को काम देकर उन्हें मालामाल किया है और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को कंगाली की कगार पर लाकर खड़ा किया है। इस दौरान जिन अडानी और अम्बानी समूह की कंपनियों को अनाप शनाप तरीके से सरकारी कंपनियों को मिलने वाले ठेके दिए गए और इन ठेकों के बदले उनसे भारतीय जनता पार्टी के लिए करोड़ों रुपए का चंदा जुटाया गया। 

उन्होंने कहा कि इस अवधि में  मोदी करीब 55 देशों की यात्रा में अपने चहेते पूंजीपतियों को अपने साथ लेकर गए और उन्हें वे ठेके दिलाए जिनको सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को मिलना चाहिए था। इससे देश के खजाने को जबरदस्त नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने जितनी भी विदेश यात्राएं की हैं उनमें किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के अधिकारी को साथ लेकर नहीं गये जबकि उद्योगपति अडानी और अम्बानी उनकी यात्राओं में अक्सर उनके साथ गये प्रतिनिधि मंडल में शामिल रहे हैं। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी डीआरडीओ, एनटीपीसी, बीएसएनएल, एचएएल, बीएचईएल जैसी तमाम कंपनियों को नजरअंदाज किया है। इन कंपनियों को जो काम मिलना चाहिए था वह अडानी और अम्बानी की अनुभवहीन कंपनियों को दिया गया। सार्वजनिक क्षेत्र की इन कंपनियों का हक मारा गया और निजी क्षेत्र की कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया।

Full View

Tags:    

Similar News