भारत के वैक्सीन प्रमाणपत्र को 96 देशों ने दी मान्यता
दुनिया भर के कुल 96 देशों ने भारत के साथ टीकाकरण प्रमाणपत्रों की मान्यता पर सहमति जताई है। इन देशों से आने-जाने वाले लोगों को कुछ छूट दी जा रही है;
नई दिल्ली। दुनिया भर के कुल 96 देशों ने भारत के साथ टीकाकरण प्रमाणपत्रों की मान्यता पर सहमति जताई है। इन देशों से आने-जाने वाले लोगों को कुछ छूट दी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा, "भारत के टीकों और टीकाकरण प्रक्रिया की विश्वव्यापी मान्यता को दर्शाते हुए 96 देशों ने इसके टीकाकरण प्रमाणपत्रों को स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त की है।"
उन्होंने कहा, "कुल 96 देशों ने कोविशील्ड के साथ पूरी तरह से टीका लगाए गए यात्रियों के भारतीय टीकाकरण प्रमाण पत्र और अन्य डब्ल्यूएचओ अप्रूवल और राष्ट्रीय स्तर पर अप्रूवल टीकों को मान्यता देने पर भी सहमति व्यक्त की है।"
मंडाविया ने कहा कि केंद्र सरकार दुनिया के बाकी हिस्सों के संपर्क में बनी हुई है, ताकि दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों को स्वीकार और मान्यता दी जा सके, जिससे शिक्षा, व्यवसाय और पर्यटन उद्देश्यों के लिए उनकी यात्रा आसान हो सके।
यूके सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि उनके नए यात्रा दिशानिर्देशों के अनुसार, भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को 22 नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड के टीकों की अप्रूवल लिस्ट में जोड़ा जाएगा।
यूके सरकार के नए यात्रा दिशानिर्देशों में कहा गया है, "22 नवंबर को सुबह 4 बजे से, यूके सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन उपयोग सूची में टीकों को मान्यता देगी।"
यह फैसला पिछले सप्ताह डब्ल्यूएचओ द्वारा आपातकालीन उपयोग सूची के लिए कोवैक्सीन को मंजूरी देने के बाद आया है।
देश में अब तक कुल 109.08 करोड़ से अधिक खुराक दी गई है। भारत ने 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीकाकरण का मील का पत्थर हासिल किया था।