भारत ने आतंकवाद से निपटने में एससीओ का योगदान मांगा
भारत ने रविवार को कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को आतंकवाद से निपटने में योगदान देना चाहिए;
बीजिंग। भारत ने रविवार को कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को आतंकवाद से निपटने में योगदान देना चाहिए। भारत ने इस मंच पर रचनात्मक और उत्पादक भागीदारी की उम्मीद जताई।
भारत के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के सचिव आर. एन. रवि बीजिंग में आयोजित एससीओ की काउंसिल ऑफ रीजनल एंटी-टेररिस्ट स्ट्रक्चर (आरएटीएस) की 31वीं बैठक में शामिल हुए।
भारत सरकार ने एक बयान में कहा, "भारत आतंकवाद के साझा खतरे से निपटने और क्षेत्रीय व विश्व सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एससीओ-आरएटीएस के ढांचे के तहत रचनात्मक और उत्पादक कारवाई की उम्मीद कर रहा है।"
बयान में कहा गया, "इस बैठक में अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के सामरिक मुद्दों और साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एससीओ सदस्यों के व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई।"
यह बैठक चीन के सार्वजनिक सुरक्षा के उप मंत्री ली वेई की अध्यक्षता में की गई।
भारत और पाकिस्तान दोनों ही जून में चीन के नेतृत्व वाले एससीओ के सदस्य बने थे जिसमें रूस, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं।