फेज-3 मेट्रो निर्माण के लिए जीडीए मुहैया कराएगा जमीन
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने फेज-तीन नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद और वैशाली से मोहननगर तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए जीडीए को 9.8 हेक्टेयर जमीन की जरूरत बताई है;
गाजियाबाद। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने फेज-तीन नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद और वैशाली से मोहननगर तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए जीडीए को 9.8 हेक्टेयर जमीन की जरूरत बताई है।
जीडीए नि:शुल्क जमीन उपलब्ध कराएगा, जिसकी कीमत मौजूदा वक्त में 150 करोड़ से ज्यादा है। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक 5.11 किलोमीटर का कॉरिडोर बनना है। इस पर पांच स्टेशन बनेंगे। वहीं वैशाली से मोहननगर तक 5.066 किलोमीटर का कॉरिडोर प्रस्तावित है। साहिबाबाद में दोनों कॉरिडोर का मिलान होगा।
ऐसे में वहां जंक्शन बनेगा।
इन कॉरिडोर को बनाने में 3715 करोड़ रुपए की लागत आएगी। बड़ी परियोजना है तो उसे खड़ा करने के लिए जमीन कर जरूरत भी है। ऐसे में डीएमआरसी ने दोनों कॉरिडोर बनाने के लिए जीडीए से 9.8 हेक्टेयर जमीन की मांग की है। जमीन की पूर्ण व्यवस्था जीडीए को अपने स्तर से करनी होगी। इससे साफ है कि जीडीए की अपनी जमीन नहीं है तो उसे खरीद कर देनी होगी। जिससे जीडीए पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक मेट्रो बनाने के लिए भी ऐसा ही किया गया था।
बस और ट्रेन के अलावा मेट्रो तीसरा बेहतर विकल्प होगा
दोनों कॉरिडोर के बनने से दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गुड़गांव और गाजियाबाद के बीच मेट्रो की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। बस और ट्रेन के अलावा मेट्रो तीसरा बेहतर विकल्प होगा।
गाजियाबाद के लोग नोएडा के रास्ते दिल्ली में मेट्रो इंटरचेंज कर फरीदाबाद और गुड़गांव जा सकेंगे। वहीं उन शहरों से लोग यहां तक आ सकेंगे।
फेज-तीन के दो कॉरिडोर के लिए डीएमआरसी को जमीन चाहिए। वो मुहैया कराई जाएगी। जीडीए के पास नहीं होगी तो खरीद कर दी जाएगी। -वीएन सिंंह, मुख्य अभियंता, जीडीए