यूपी में एसआईआर से 2.89 करोड़ वोटर्स के नाम कटे,31 दिसंबर को फाइनल ड्राफ्ट आएगा

यूपी में SIR का काम पूरा हो गया। इसमें प्रदेश में 2.89 करोड़ वोटर्स के नाम कट गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया- SIR से पहले यूपी में 15 करोड़ 44 लाख मतदाता थे।;

Update: 2025-12-27 05:19 GMT

लखनऊ। यूपी में मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) का समय शुक्रवार को खत्म हो गया है। प्रदेश में एसआईआर फॉर्म भरने का समय पूरा हो गया है। खबर मिली है कि उत्तर प्रदेश में 2.89 करोड़ नाम काटे जाएंगे। इसके साथ ही 1.11 करोड़ वोटरों को नोटिस दिया जाएगा। अभी मतदाता सूची में 15.44 करोड़ नाम हैं। नाम काटे जाने के पीछे जो वजह बताई गई है आइए उसे जान लेते हैं।

दरअसल, उत्तर प्रदेश में जिन 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम काटे जाएंगे, उनमें 1.26 करोड़ स्थानांतरित, 46 लाख मृत, 23.70 लाख डुप्लीकेट, 83.73 लाख अनुपस्थित व 9.57 लाख अन्य श्रेणी के मतदाता हैं।

अब आगे क्या होगा?

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया- ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का प्रकाशन 31 दिसंबर को होगा। 31 दिसम्बर से 30 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां ली जाएगी। 31 दिसंबर 2025 से 21 फरवरी 2026 तक दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी 2026 को किया जाएगा।

91 प्रतिशत लोगों को नहीं भेजी जाएगा नोटिस

आपको बता दें कि 11 दिसंबर को कटने वाले मतदाताओं की संख्या 2.91 करोड़ थी, जिसमें से करीब दो लाख मतदाताओं को तलाश लिया गया। वहीं 1.11 करोड़ वोटरों को नोटिस भेजी जाएगी। प्रदेश के एसआईआर में साल की 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान मतदाता सूची की मैपिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।

वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान मतदाता सूची में शामिल करीब 91 प्रतिशत लोगों की मैपिंग पूरी कर ली गई है। ऐसे मतदाताओं का खुद उनके नाम से, माता-पिता, दादा-दादी या फिर नाना-नानी के नाम से मिलान किया गया है। अब मात्र नौ प्रतिशत लोगों को ही चुनाव आयोग की ओर से नोटिस भेजी जाएगी।

सीएम योगी का निर्देश- आपत्तियां ज्यादा से ज्यादा दाखिल करें

सीएम योगी ने भाजपा की बैठक में सांसद-विधायकों से कहा है कि बूथ की मतदाता सूची को चेक करें कि अपने किसी मतदाता को गलत शिफ्टेड या मृत तो नहीं बताया गया है। ऐसा तो नहीं है कि किसी छोटे से कारण से मतदाता का नाम सूची में शामिल नहीं हो रहा है। सीएम ने कहा कि ड्राफ्ट मतदाता सूची को चेक करें कि किसी मौजूद व्यक्ति को तो लापता नहीं बता दिया गया है।

सीएम ने कहा, ड्राफ्ट मतदाता सूची में जो भी संदिग्ध नाम नजर आता है, उस पर आपत्ति अवश्य लगाएं। आपत्ति लगाते ही बीएलओ नाम काट देंगे, बाद में संबंधित व्यक्ति को शपथ पत्र सहित अन्य दस्तावेज देने पर ही नाम जुड़ सकेगा।

Tags:    

Similar News