दिग्विजय सिंह के बयानों का उदित राज ने किया समर्थन, बोले-पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी, गुटबाजी का भी किया दावा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयानों के बाद पूर्व सांसद उदित राज ने स्वीकार किया है कि पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि पार्टी में बहुत ज्यादा गुटबाजी है और इसी कारण 10-10 साल तक जिला अध्यक्ष तय नहीं हो पाए;

By :  IANS
Update: 2025-12-29 06:28 GMT

कांग्रेस में संगठनात्मक कमजोरी, गुटबाजी बहुत', उदित राज ने सवाल उठाए

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयानों के बाद पूर्व सांसद उदित राज ने स्वीकार किया है कि पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि पार्टी में बहुत ज्यादा गुटबाजी है और इसी कारण 10-10 साल तक जिला अध्यक्ष तय नहीं हो पाए।

उदित राज से दिग्विजय सिंह के बयानों को लेकर सवाल किया गया था। उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में जवाब दिया कि पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी न होती तो हम बार बार चुनाव नहीं हारते।

उन्होंने कहा, "संगठनात्मक कमजोरी है और उसमें कोई दोराय नहीं है। 10-10 साल तक जिला अध्यक्ष तय नहीं कर पाए, क्योंकि तय होता था तो गुटबाजी के कारण दूसरा या तीसरा ग्रुप रोकता था।" उन्होंने आगे कहा, "आत्मचिंतन करना एक स्वस्थ लोकतंत्र है। पता नहीं यहां आत्मचिंतन करने को लोग विरोध समझते हैं, पार्टी में टूट समझते हैं।"

हालांकि, उदित राज ने अपने बयान में कहा कि चर्चा करना कांग्रेस की परंपरा है। कांग्रेस की परंपरा ही ऐसी है कि हम आत्मचिंतन करते हैं। अभी हम अपनी कमियों को दूर कर रहे हैं।

इससे पहले, दिग्विजय सिंह संगठनात्मक कमजोरी के बारे में कह चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी संगठन की मजबूती को लेकर अपनी बात उठाई।

कर्नाटक में बुलडोजर एक्शन पर कांग्रेस नेता ने कहा, "सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए सभी जगह बुलडोजर चलता है। किसी जाति और धर्म के आधार पर बुलडोजर चलाना और गिराना अलग बात है। लेकिन कर्नाटक में सरकारी संपत्ति खाली कराने के लिए बुलडोजर चला है।"

उदित राज ने कांग्रेस नेता प्रवीण चक्रवर्ती के तमिलनाडु की कर्ज की स्थिति को लेकर दिए गए बयान पर कहा, "ज्यादातर इन्वेस्टमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर तमिलनाडु में बढ़ रहा है। उसके हिसाब से अगर कर्ज भी है, तो दूसरी तरफ इनकम और नौकरियां भी हैं। जीडीपी और मैन्युफैक्चरिंग बहुत हाई है।"

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