जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उद्घाटन की तैयारी तेज, नवंबर में हो सकता है शुभारंभ

ग्रेटर नोएडा के जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं;

Update: 2025-09-01 18:06 GMT

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उद्घाटन की उलटी गिनती शुरू, नवंबर में खुलेगा नया द्वार

  • नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार, नवंबर में हो सकता है ऐतिहासिक शुभारंभ
  • जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण अंतिम चरण में, पीएम मोदी से उद्घाटन की तारीख मांगी
  • नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट: नवंबर में उड़ान भरने को तैयार
  • एनसीआर को मिलेगा नया एयर कनेक्टिविटी केंद्र, जेवर एयरपोर्ट जल्द होगा चालू
  • जेवर एयरपोर्ट से बढ़ेगा रोजगार और कारोबार, उद्घाटन की तैयारी जोरों पर

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। एयरपोर्ट परिसर में फिनिशिंग और डीप क्लीनिंग का काम तेजी से किया जा रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरपोर्ट निर्माण कार्य का लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने जानकारी दी है कि पहले चरण का निर्माण कार्य 25 अक्टूबर तक पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा।

एयरपोर्ट प्रबंधन ने विभिन्न हिस्सों के लिए अलग-अलग डेडलाइन तय की है। फोरकोर्ट एरिया, चेक-इन एरिया, सिक्योरिटी होल्ड एरिया, बोर्डिंग गेट एरिया और डिपार्चर फ्लो का काम 20 अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।

वहीं, अराइवल और डिपार्चर हॉल का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है। पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज का निर्माण सितंबर माह के अंत तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है। एयरपोर्ट परिसर में फायर स्टेशन और एयरलाइन ऑफिस भी तैयार हो चुके हैं।

इसके अलावा, कार पार्किंग एरिया को 25 अक्टूबर तक पूरा करने की समयसीमा तय की गई है। एयरपोर्ट से जुड़ने वाली अराइवल-डिपार्चर रोड के 100 मीटर हिस्से पर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है। कार्गो टर्मिनल, रनवे और एटीसी टावर का काम पूरी तरह समाप्त हो चुका है, जिससे संचालन की दिशा में बड़ा कदम आगे बढ़ चुका है।

यमुना अथॉरिटी के सीईओ ने बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उद्घाटन का समय मांगा जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि नवंबर माह में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का औपचारिक उद्घाटन हो सकता है। इसके बाद डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) द्वारा आवश्यक जांच और प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। सभी एजेंसियों से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) मिलने के बाद डीजीसीए एयरपोर्ट को एरोड्रम लाइसेंस जारी करेगा।

इस लाइसेंस के बाद ही वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत संभव होगी। जेवर एयरपोर्ट उत्तर भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में गिना जाएगा और इसके संचालन से पूरे एनसीआर क्षेत्र को सीधा लाभ मिलेगा। उद्योग जगत और यात्रियों को इसके चालू होने का बेसब्री से इंतजार है।

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