नए श्रम कानूनों से मजदूरों की आमदनी बढ़ेगी, महिलाएं सशक्त होंगी
मोदी सरकार के नए श्रम कानूनों से एक तरफ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही ओवरटाइम में अधिक वेतन से मजबूरों की आमदनी बढ़ेगी;
ब्यावर/चूरू/भरतपुर। मोदी सरकार के नए श्रम कानूनों से एक तरफ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही ओवरटाइम में अधिक वेतन से मजबूरों की आमदनी बढ़ेगी।
राजस्थान के ब्यावर स्थानीय कारोबारी मंगत सिंह ने कहा कि नए श्रम कानूनों से 40 वर्ष के श्रमिकों का मुफ्त में हेल्थचेक हो सकेगा। इससे आने वाले समय में होने वाली किसी बीमारी का आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इससे मजदूरों की आमदनी भी बढ़ेगी। समान वेतन के अधिकार से महिलाएं भी सशक्त होंगी।
ब्यावर के राजू ने बताया कि 40 साल या उससे अधिक के मजदूरों का हेल्थ चेकअप एक काफी अच्छा निर्णय है। वहीं, मजदूरों की ओर ओवरटाइम करने पर ज्यादा वेतन मिलने के नियम से भी मजदूरों को बड़ा फायदा होगा।
वहीं, कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले राजेंद्र सिंह ने कहा कि नए श्रम कानून मोदी सरकार का एक बहुत अच्छा निर्णय है। इसमें 8 घंटे से अधिक काम करने या ओवरटाइम करने पर अतिरिक्त वेतन का प्रावधान है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा।
भरतपुर जिले में पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी शिवराम सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि नए श्रम कानून से निजी नौकरी करने वालों को बड़ा फायदा मिलेगा। इससे समय पर वेतन मिलेगा, जिससे घर खर्च को आसानी से चलाया जा सकता है। 40 साल से ऊपर के मजदूरों के लिए फ्री चेकअप से बड़ा फायदा होगा।
निजी क्षेत्र में काम करने वाले योगा शहनावी ने कहा कि नए श्रम कानून में न्यूनतम वेतन की सीमा तय की गई है। इसके साथ ही नियुक्ति पत्र को अनिवार्य किया गया है। इससे बड़ी संख्या में मजबूरों को लाभ होगा। ओवरटाइम करने पर दोगुना वेतन एक काफी अच्छा फैसला है। इससे श्रमिकों की आमदनी में भी काफी इजाफा होगा।
चूरू जिले में रहने वाली डॉ.प्रभा पारिख ने कहा कि नए कानून काफी अच्छे हैं। इसमें नियुक्ति पत्र को अनिवार्य किया गया है। इससे युवाओं को बड़े स्तर फायदा होगा, क्योंकि नियुक्ति पत्र में वेतन से लेकर नियम व शर्तों आदि लिखे होते हैं।
वहीं, अन्य व्यक्ति ने कहा कि नए श्रम कानूनों से महिलाओं से लेकर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों सभी को लाभ होगा। इससे व्यापार में आसानी को भी बढ़ावा मिलेगा।