महिलाओं ने आरकेएम प्लांट के खिलाफ खोला मोर्चा

आरकेएम पॉवर प्लांट द्वारा सरकारी की औद्योगिक नीति का अनुपालन नहीं करने एवं ग्रामवासियों की बुनयादी सुविधाओं में खलल डालने का आरोप लगाते हुये ग्राम घिवरा  व धोबनीपाली की महिलाएं आज एसडीएम को ज्ञापन ॉ;

Update: 2018-02-28 13:41 GMT

जांजगीर। आरकेएम पॉवर प्लांट द्वारा सरकारी की औद्योगिक नीति का अनुपालन नहीं करने एवं ग्रामवासियों की बुनयादी सुविधाओं में खलल डालने का आरोप लगाते हुये ग्राम घिवरा  व धोबनीपाली की महिलाएं आज एसडीएम को ज्ञापन सौंपने डभरा पहुंची थी।

ज्ञापन में प्रमुख रूप से कंपनी द्वारा बनाये जा रहे सड़क जिसमें गांव के शमशान भूमि तथा पशु चारागाह को अधिग्रहित किये जाने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कतों का हवाला दिया गया है। 

डभरा के धोबनीपाली क्षेत्र में स्थापित आरकेएम पॉवर जेम प्राईवेट लिमिटेड द्वारा सरकार से किये गये एमओयू के तहत प्रभावित गांव एवं परिवार से औद्योगिक नीति का पालन नहीं किये जाने का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रभावित परिवारों को न तो रोजगार दिया जा रहा है न ही प्रशिक्षण दिलाई जा रही है। ऊपर से कंपनी द्वारा सड़क निर्माण व राखड़ डेम के निर्माण में गांव की स्थिति बिगाड़ दी है।

राखड़ डेम निर्माण के चलते आसपास के किसानों की भूमि डुब गया है, जिससे खेती कर पाना संभव नहीं होगा। इसी तरह कंपनी द्वारा देवरघटा से बाहर सिंघरा होते हुये पॉपर प्लांट की ओर सड़क बनाई जा रही है, जिसमें गांव की शमशान भूमि, पशु चारागाह को भी अधिग्रहित किया जा रहा है,जिससे आने वाले समय में गांव में निस्तारी की समस्या बढ़ेगी। गामीणों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन प्रभावित परिवारों के साथ तानाशाह रवैया अपनाने लगा है, जो प्रभावितों को झूठे मुकदमें में फंसाने की साजिश भी रच रही है।

इसी तरह जमीन गवाने वाले उन परिवारों जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, उनके परिवार के अन्य सदस्यों को भी किसी तरह रोजगार अथवा पेंशन नहीं दिया जा रहा है।
उक्त कृत्यों की शिकायत उच्चाधिकारियों तक करने वाले किसी भी परिवार के सदस्यों के साथ कंपनी भयादोहन कर आवाज दबाने का प्रयास करती आ रही है। इन्ही सब बातों को लेकर घिवरा की महिलाएं सैकड़ों की संख्या में डभरा पहुंच सामुहिक रूप से अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को लिखित शिकायत की है।  

Full View

Tags:    

Similar News