सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को रोकने के लिए गम्भीर प्रयास करने होंगे: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर सरकार चिन्तित है और इन्हें रोकने के लिए गम्भीर प्रयास करने होंगे;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर सरकार चिन्तित है और इन्हें रोकने के लिए गम्भीर प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कल रात यहां राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओंं का सबसे बड़ा कारण चालकों की लापरवाही, तय सीमा से अधिक रफ्तार और शराब पीकर वाहन चलाना है। इन पर हर हाल में लगाम लगानी होगी। उन्होंने चालकों के स्वास्थ्य का हर छह माह पर चेकअप करवाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए उन्हें इनके पालन के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा सड़क दुर्घटनों को कम करने के लिए चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक के साथ यातायात के नियमों को कड़ाई से पालन कराने के साथ समय-समय पर उन्हें प्रशिक्षित कराया जाए। टायर फटने से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए चालकों को जागरूक किया जाए। इसके लिए उन्हें अपने वाहनों के टायरों में नाइट्रोजन गैस का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए।
यमुना एक्सप्रेस-वे तथा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग व्यवस्था की समीक्षा करते हुए श्री योगी ने कहा कि तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण इन मार्गो पर पेट्रोलिंग की आवश्यकता है। एक्सप्रेस-वे पर मौजूद गैरजरूरी कट को बन्द किया जाये। मार्गाें पर मौजूद ‘ब्लैक स्पाॅट्स’ की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि ऐसे स्थलों के विषय में वाहन चालकों को संकेतक लगाकर पहले से सूचित किया जाए। ऐसा करने से दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्चतम न्यायालय की इम्पावर्ड कमेटी आॅन रोड सेफ्टी द्वारा दिये गये निर्देशों, जैसे दो-पहिया वाहन चालकों के साथ सहयात्री को भी अनिवार्य रूप से हेल्मेट पहनना, लेन ड्राइविंग एवं ओवर टेकिंग के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने लोगों को मार्ग दुर्घटना में घायलों को बिना किसी डर के अस्पताल पहुंचाने के लिए संवेदनशील बनाने के भी निर्देश दिये। उन्हाेंने कहा कि लोग पुलिस के भय से मार्ग दुर्घटना के घायलों की मदद नहीं करते। इसके लिए एक अभियान चलाकर आम जनता के मन में व्याप्त भय को दूर किया जाए।