आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में भारतीय अमेरिकी समुदाय को संबोधित किया;
ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में भारतीय अमेरिकी समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद और आपसी दोस्ती को लेकर बड़े-बड़े दावे किए। ट्रंप ने अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय की अमेरिका की प्रगति में दिए जा रहे योगदान की तारीफ की। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप को भारत का सच्चा मित्र बताया।
प्रधानंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के आर्टिकल 370 को फेयरवेल दे दिया। हमारी संसद ने दो तिहाई बहुमत के साथ इस आर्टिकल को समाप्त कर दिया।
उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि भारत अपने यहां जो कर रहा है, उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है जिनसे खुद अपना देश नहीं संभल रहा है। इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीतिक का केंद्र बना लिया है। ये वो लोग हैं जो अशांति चाहते हैं, आतंक के समर्थक हैं, आतंक को पालते पोसते हैं, उनकी पहचान सिर्फ आप ही नहीं पूरी दुनिया अच्छे से जानती है।
अमेरिका में 9/11 हो या मुंबई में 26/11 हो, उसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं? साथियों अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए। मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भी भारत के साथ है।
हमने बदली लोगों की सोच
मोदी ने कहा कि भारत उनकी सोच को बदल रहा है जिन्हें लगता है कि कुछ बदल ही नहीं सकता। हम किसी देश से मुकाबला नहीं, बल्कि खुद से मुकाबला कर रहे हैं। आज भारत पहले से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ना चाहता है। आज भारत में वन जीबी डेटा की कीमत एक डॉलर का चौथाई हिस्सा है। एक जीबी डेटा की विश्व में औसत कीमत 25 से 30 गुना ज्यादा है। सस्ता डेटा भारत में डिजिटल इंडिया की मजबूती की पहचान बन रहा है।