जिले में जंगली हाथियों का उत्पात जारी

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों का आतंक लगातार जारी है वहीं अब इन जंगली हाथियों का बडा झुंड उडीसा के झारसुगडा जिले में भी पहुंच गया है;

Update: 2017-06-26 16:34 GMT

उड़ीसा सीमा से लगे गांवों में पहुंचा 20 हाथियों का दल
फसल को पहुंचा रहे नुकसान, ग्रामीणों में दहशत 

रायगढ़।  छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों का आतंक लगातार जारी है वहीं अब इन जंगली हाथियों का बडा झुंड उडीसा के झारसुगडा जिले में भी पहुंच गया है। जहां चार से अधिक गांव में जंगली हाथी न केवल घुस जाते है बल्कि भारी तबाही करके वापस महानदी के किनारे लौट जाते है यही हाथी का दल समय-समय पर रायगढ़ जिले में भी प्रवेश करके आधा दर्जन से भी अधिक गांव में उत्पात मचाते रहता है। पहली बार  हमारी  टीम उड़ीसा सीमा से लगे चार गांव में पहुंची जहां जंगली हाथियों के रहवास के साथ-साथ उन गांव में भी पहुंची जहां इनका आतंक जारी है। 
 कहने को तो रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों की संख्या अधिकारी के हिसाब से काफी कम है लेकिन धर्मजयगढ़ वन मंडल, रायगढ़ वन मंडल में सौ से अधिक हाथियों के अलग-अलग झुंड न केवल विचरण कर रहें है बल्कि इन जंगली हाथियों के रास्ते में जो भी गांव आते हैं वहां तबाही ही तबाही देखने को मिलती है। इस खबर के बाद हमने अपनी टीम के साथ पहली बार सीमा से लगे उड़ीसा के झारसुगडा जिले के तिलगा, पिथिडा, नंदपाली, गोडम, डेहरीडिपा, ढूंढा पहुंची और देखा कि ये गांव कैसे जंगली हाथियों के आतंक से दहशत में है। स्थित यह है कि यहां के लोग दिन हो या रात अपने घरों से भी निकलने में कतराते हैं।

गांव के ग्रामीण अजय चौहान, पवित्र प्रधान, झसकेतन प्रधान, मुक्ते प्रधान, आजाद गुप्ता, ईश्वर प्रधान बताते है कि बीते 15 जून से ये जंगली हाथी महानदी के किनारे रूक जाते है और शाम या दोपहर को अचानक एक साथ गांव में घुस जाते है जिससे उनकी फसल को रौंद का नुकसान पहुंचा दिया जाता है वहीं घरों को भी तोड़ते है, उनका कहना है कि उनका साथ वन विभाग की टीम तो दे रही है लेकिन जंगली हाथी बार-बार गांव की ओर आते है जिससे उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है।  जंगली हाथियों के उस  स्थल को पहली बार हमारी टीम ने अपने कैमरे में कैद किया जहां वे पानी के चलते अपने पूरे समूह के साथ न केवल रूकते है बल्कि एक ही झुंड में कई घंटो तक वहां आराम भी करते है, इसके बाद वापस इन्हीं हाथियों का दल गांव की ओर रूख करता है।

उड़ीसा के पिथिडा, नंदपाली, गोडम, डेहरीडिपा के साथ-साथ रायगढ़ जिले के जामगांव, जुर्डा, रेगडा, शकरबोगा, लोइंग, महापल्ली, कोयलंगा जैसे कई गांव है जो इसी सीमा से लगे है वहां इन जंगली हाथी का झुंड घुसता है, इनको रोकने के लिए हमे कहीं भी रायगढ़ वन मंडल की टीम नही मिली  बल्कि झारसुगडा वन मंडल के वन रक्षक सुरेन्द्र बारिक बताते है कि 20 हाथियों का दल उनके क्षेत्र में पहुंचा है और उनके उपर सतत निगरानी रखी जाती है ताकि इनके दहशत से गांव वालों को बचाया जा सके। उनका कहना है कि महानदी के किनारे बसे इन हाथियों को खदेडने का भी प्रयास जारी है।  बहरहाल उड़ीसा सीमा में घुसे इन 20 जंगली हाथियों के नये झुंड से जहां आसपास के क्षेत्रों में भारी दहशत व्याप्त है वहीं रायगढ़ जिले के वे गांव के रहवासी भी खासे परेशान है कि उन्हें एक बार फिर से इन जंगली हाथियों के आतंक से दो चार होना पड़ेगा जिसके लिये छत्तीसगढ़ के रायगढ़ वन मंडल ने अपनी सीमा पर कोई तैयारी नही की है। 

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