उत्तराखंड : यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में महिला आरोपी गिरफ्तार, कांग्रेस का प्रदर्शन-पुतला दहन दूसरे दिन भी रहा जारी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आय (यूकेएसएसएससी) की रविवार को हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान, हरिद्वार के एक केंद्र से प्रश्नपत्र का स्क्रीनशॉट मोबाइल से बाहर जाने और फिर एक महिला सॉल्वर द्वारा हल (सॉल्व) कर वापस भेजने के मामले में एक युवती को औपचारिक रूप से पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया;
पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कांग्रेस का प्रदर्शन जारी
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आय (यूकेएसएसएससी) की रविवार को हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान, हरिद्वार के एक केंद्र से प्रश्नपत्र का स्क्रीनशॉट मोबाइल से बाहर जाने और फिर एक महिला सॉल्वर द्वारा हल (सॉल्व) कर वापस भेजने के मामले में एक युवती को औपचारिक रूप से पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं युवती का भाई खालिद मलिक देर शाम हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया है। मामले में आयोग के अध्यक्ष की बर्खास्तगी की मांग और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कांग्रेस का प्रदर्शन तथा पुतला दहन दूसरे दिन भी जारी रहा।
उक्त प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआईटी प्रभारी व ऋषिकेश की पुलिस अधीक्षक जया बलूनी ने बताया कि प्रश्न पत्र के फोटो आगे भेजने वाली अभियुक्ता साबिया (35) पुत्री शहजाद, निवासी सुल्तानपुर आदमपुर, थाना लक्सर, हरिद्वार, को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्ता को अपने भाई खालिद मलिक के प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने की जानकारी थी। उसे यह भी पता था कि खालिद ने एक साथ चार आवेदन अलग, अलग विवरण देते हुए जमा किए हैं।
श्रीमती बलूनी ने बताया कि अभियुक्ता ने नकल कराने के उददेश्य से उसके भाई द्वारा भेजे गये प्रश्न पत्रों के फोटो को सॉल्व करने के लिए टिहरी गढ़वाल के प्रतापनगर डिग्री कॉलेज की सहायक प्रोफेसर सुमन को भेजा गया। जिसने सॉल्व कर, उसे वापस भेजा। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी खालिद मलिक को भी आज देर शाम हरिद्वार से गिरफ्तार कर, देहरादून लाया जा रहा है।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने आज दूसरे दिन भी प्रकरण के विरोध में देहरादून और खटीमा में प्रदर्शन किया तथा राज्य सरकार का पुतला दहन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, संगठन, सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि पेपर लीक की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाय। साथ ही, उन्होंने आयोग अध्यक्ष की बर्खास्तगी की भी मांग की।