संघ पर अजय राय के बयान पर भाजपा नेता राजेश्वर सिंह ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
भाजपा नेता राजेश्वर सिंह ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के उस बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसमें उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के तीन बच्चों वाले बयान पर विवादित टिप्पणी की;
अजय राय के संघ पर बयान से गरमाई सियासत, भाजपा ने बताया 'नई संस्कृति की दुर्दशा'
- राजेश्वर सिंह का पलटवार: राजनीति में ऐसी भाषा नहीं होनी चाहिए
- वोटर अधिकार यात्रा पर भी निशाना, विपक्ष की भाषा पर उठाए सवाल
- संघ प्रमुख के बयान पर अजय राय की टिप्पणी से भाजपा में नाराज़गी
- डेमोग्राफिक बदलाव पर चिंता, यूपी में हिंदू आबादी में गिरावट का दावा
लखनऊ। भाजपा नेता राजेश्वर सिंह ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के उस बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसमें उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के तीन बच्चों वाले बयान पर विवादित टिप्पणी की। भाजपा नेता ने कहा कि यह गलत है। राजनीति में ऐसी संस्कृति नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि संघ के लोग अविवाहित रहते हैं और संघ प्रमुख को पहले संघ के स्वयंसेवकों के लिए शादी और परिवार शुरू करने के दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए।
अजय राय के बयान पर भाजपा नेता राजेश्वर सिंह ने कहा कि कांग्रेस में एक नई संस्कृति का आगाज हो गया है, जिसके चलते कांग्रेस की यह दुर्दशा है।
दरभंगा में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह गलत है, इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो यह नई संस्कृति आई है, इसी का नतीजा है कि कांग्रेस कहां से कहां पहुंची है। यह गलत है और मैं इसकी घोर निंदा करता हूं।
वोटर अधिकार यात्रा में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के शामिल होने पर कहा कि मुझे नहीं पता कि यह किस बात की अधिकार यात्रा है। सरकार जनता को सारे अधिकार दे रही है; हमारे वोटर जागरूक हैं। जागरूकता का ही प्रमाण है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल विपक्ष में हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल वोटर अधिकार यात्रा के दौरान किया जा रहा है, मुझे विश्वास है कि वह विपक्ष में ही रहेंगे।
संभल रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि डेमोग्राफी बदलाव पूरे यूपी में हुए हैं। देश के विभिन्न राज्यों में बदलाव हुए हैं।
उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भी 85 प्रतिशत हिंदुओं की आबादी थी, जो घटकर अब 79 प्रतिशत रह गई है, करीब 6 प्रतिशत का बदलाव आया है। बंगाल में भी हिंदुओं की संख्या घटी है। केरल में 12 प्रतिशत घटा है। उन्होंने इसे यह गंभीर मामला बताते हुए गंभीरता से इसे हैंडल करने की जरूरत पर बल दिया।