उप्र : नवजात शिशु की मौत के सबूत मिटाने की कोशिश
बसखारी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले दिनों एक नवजात शिशु की मौत की जांच अभी चल ही रही थी कि विभागीय लोगों ने साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश शुरू कर दी;
अंबेडकरनगर। बसखारी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले दिनों एक नवजात शिशु की मौत की जांच अभी चल ही रही थी कि विभागीय लोगों ने साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश शुरू कर दी। विगत 18 फरवरी को इस स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निरीक्षण किया था।
आरोप है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के जाते ही आशा कार्यकत्री विमला देवी के साथ कुछ लोग आए और सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाते हुए स्टाफ रूम में रखा रजिस्टर लेकर भागने लगे। केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्सो ने भाग रहे व्यक्ति को घेरकर उससे रजिस्टर छीन लिया। पकड़े गए व्यक्ति स्टाफ नर्सों के साथ गाली-गलौज किया। इस पूरे घटनाक्रम में आशा कार्यकत्री विमला देवी के पति के भी शामिल होने की बात बताई जा रही है।
स्टाफ नर्सों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर मरक डेय को भी इस घटना से लिखित रूप में अवगत कराया। पहले तो डॉक्टर मरक डेय ने ऐसी किसी घटना की जानकारी से इनकार किया, लेकिन जब शिकायतपत्र के मीडिया के संज्ञान में आने की बात कहे जाने पर इसकी जांच कराए जाने का आश्वासन दिया।
सवाल उठता है कि बसखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में होने वाली घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारी मामले को संज्ञान में क्यों नहीं लेते। जब मामला मीडिया के संज्ञान में आता है, तभी उस पर कार्रवाई या जांच करने की बात की जाती है। समय बीतने के साथ मामला ठंडा होने का इंतजार किया जाता है और बाद में जांच को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।