यूपी के बिजली कर्मचारी 11 को मनाएंगे विरोध दिवस
विद्युत आपूर्ति के निजीकरण का विरोध कर रहे बिहार के बिजली कर्मचारियों पर लाठीचार्ज और इंजीनियर को निलंबित किये जाने की घटना से उद्वेलित बिजली कर्मचारी मंगलवार को विरोध दिवस मनाएंगे;
लखनऊ। विद्युत आपूर्ति के निजीकरण का विरोध कर रहे बिहार के बिजली कर्मचारियों पर लाठीचार्ज और इंजीनियर को निलंबित किये जाने की घटना से उद्वेलित बिजली कर्मचारी मंगलवार को विरोध दिवस मनाएंगे।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने सोमवार को कहा कि पिछली 27 जनवरी को बिहार के बिजली कर्मचारी और इंजीनियर केन्द्र सरकार द्वारा बिजली के निजीकरण के प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे कि पुलिस ने उन पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया और इस कृत्य के लिए प्रबन्धन पर कोई कार्यवाही के बजाय संयुक्त मोर्चा के संयोजक इंजीनियर सुरेन्द्र कुमार को निलम्बित कर दिया। इस घटना से देश के बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों एवं अभियन्ताओं में भारी रोष व्याप्त है।
उन्होने कहा कि एक फरवरी को प्रस्तुत किये गये केन्द्रीय बजट में तीन वर्ष में सभी मीटरों को बदलकर प्रीपेड मीटर लगाने एवं बिजली आपूर्ति में कई आपूर्तिकर्ताओं की व्यवस्था लागू कर बिजली आपूर्ति के निजीकरण की घोषणा की गयी है। इससे भी बिजली कर्मियों में भारी रोष व्याप्त है।
उक्त घटनाओं के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति 11 फरवरी को लखनऊ में शक्ति भवन पर तीन से पांच बजे तक विरोध प्रदर्शन कर विरोध दिवस मनायेगी।
संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वह केन्द्र सरकार को पत्र भेजकर बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों व अभियन्ताओं की भावना से अवगत कराये तथा बिजली सेक्टर में निजीकरण की किसी भी प्रक्रिया को निरस्त किया जाये। साथ ही बिहार सरकार शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर किये गये लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करे।