संयुक्त राष्ट्र में ने किया सर्वसम्मति से सीरियाई संघर्षविराम प्रस्ताव पारित
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सीरिया में 30 दिवसीय संघर्षविराम के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया;
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सीरिया में 30 दिवसीय संघर्षविराम के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। बीबीसी के मुताबिक, 15 सदस्यीय परिषद ने शनिवार को सीरिया के प्रभावित इलाके में सहायता पहुंचाने और मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने के पक्ष में वोट किया।
इस सप्ताह पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके पूर्वी गूता में बमबारी शुरू हुई थी लेकिन कार्यकर्ताओं का कहना है कि समझौते के बाद भी हवाई हमले जारी हैं।
इस प्रस्ताव पर गुरुवार से ही अड़चने आ रही थी।
सीरिया सरकार का समर्थक देश रूस इस प्रस्ताव में संशोधन की मांग कर रहा था, जिस पर पश्चिमी देशों के राजनयिकों ने उन पर समय बर्बाद करने का आरोप लगाया।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने संर्घषविराम को तत्काल भाव से लागू करने का आह्वान किया था लेकिन साथ में सीरिया द्वारा संघर्षविराम को लागू करने पर आशंका भी जताई थी।
Unbelievable that Russia is stalling a vote on a ceasefire allowing humanitarian access in Syria. How many more people will die before the The Security Council agrees to take up this vote? Let’s do this tonight. The Syrian people can’t wait.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के दूत वासिली नेबेंजिया ने कहा कि युद्धग्रस्त धड़ों के बीच समझौते के बगैर यह संघर्षविराम संभव नहीं होगा।
ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि परिषद में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के कुछ ही मिनटों बाद पूर्वी गूता में बमबारी हुई।
इससे पहले संस्था ने कहा था कि रविवार से शुरू हुई इस बमबारी में अभी तक 500 लोगों की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेसे ने कहा था कि पूर्वी गूता में स्थिति नर्क जैसी हो गई है।