आयुर्मंथन पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ समापन

सम्मेलन के दौरान आयोजित प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित;

Update: 2023-03-04 06:12 GMT

ग्रेटर नोएडा। ईशान आयुर्वेदिक कालेज में चल रहे आयुरमंथन के दूसरे दिन के सत्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्याम जाजू, भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन, दिल्ली और दीनदयाल पंत संस्था, संगमनेर के संस्थापक और वैद सूर्यकिरण पी. वाघ, एनसीआईएसएम, दिल्ली के सदस्य और कयाचिकित्सा के प्रोफेसर प्रमुख, यशवंत आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, कोडोली ने दीप प्रज्वलित करके और धनवंतरी वंदना, डॉ. डी.के. गर्ग, प्रो. ए.के. शर्मा, डॉ. राजेंद्र खेडेकर, डॉ. योगिता मुंजाल, प्रो. डॉ. जसविंदर कौर और वरिष्ठ संकाय सदस्य भी वहां मौजूद थे।

डॉ. श्याम जाजू ने हमारे जीवन में आयुर्वेद के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014 के बाद आयुर्वेद पद्धतियों में सुधार किया। उनके अनुसार आयुर्वेद को इन दिनों विश्व स्तर पर पहचान मिली है।

आयुर्वेद ने भारत की प्राचीन संस्कृति को पुनर्जीवित किया। उन्होंने कहा कि हमारे ज्ञान और प्रदर्शन के कारण भारत की विश्वसनीयता बढ़ रही है। वैद्य डॉ. एस. के. वाघ ने कहा कि आयुर्वेद का व्यावहारिक उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में सफलता की कुंजी है।

उन्होंने विश्व स्तर पर सोचने और स्थानीय रूप से कार्य करने पर ध्यान केंद्रित किया। उच्च रक्तचाप, अवसाद, चिंता जैसे मानसिक रोग मनोदैहिक विकार हैं। जिम्मेदार कारण जीवनशैली हो सकती है।

यह अच्छे भोजन, अच्छी नींद और स्वस्थ जीवन शैली से ठीक हो जाता है। इस दौरान आयुर्मंथन के विजेता को पुरस्कृत किया गया,जिसमें प्रथम सत्र का सर्वश्रेष्ठ पेपररू डॉ. आकांक्षा ओझा, एसोसिएट प्रोफेसर संहिता, ईशान, दूसरे सत्र का सर्वश्रेष्ठ पेपर डॉ. सोनिया मींड, एनाटॉमी की एसोसिएट प्रोफेसर ईशान, तीसरे सत्र का सर्वश्रेष्ठ पेपर सृष्टि शर्मा, बीएएमएस 2021 बैच को मिला।

बेस्ट पोस्टर मेकिंग शिवानी बरुआ, द्वितीय पुरस्कार-स्निग्धा और निधि कुमारी- बीएएमएस की छात्रा। अंत में अध्यक्ष डॉ. डी. के. गर्ग ने प्रोफेसर डॉ महेश व्यास को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और सभी भाग लेने वाले डॉक्टरों, बीएएमएस छात्रों और भारत के सभी आयुर्वेद कॉलेजों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया।

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