डर को कम करने के लिए प्यार की भावना बढ़ाना जरूरी : लामा
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के साथ कुतुबी जुबली स्कॉलरशिप प्रोग्राम ने दिल्ली में एक इंटरफेथ सम्मेलन का आयोजन किया;
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के साथ कुतुबी जुबली स्कॉलरशिप प्रोग्राम ने दिल्ली में एक इंटरफेथ सम्मेलन का आयोजन किया। आईडियाज ऑफ हारमोनियस को-एक्जीसटेंस: रिलीजियस एंड फिलोसोफीज ऑफ इंडिया शीर्षक से आयोजित इस सम्मेलन में सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के उद्देश्य से विद्वानों और सामुदायिक नेताओं को एक मंच पर लाया गया।
सम्मेलन में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा, प्रो. एम. जगदेश कुमार (वीसी, जेएनयू), प्रो ताहेरा कुतुब्बुद्दीन (सह-निदेशक कुतुबी जुबली स्कॉलरशिप प्रोग्राम), सैयदना ताहिर फखरुद्दीन, आचार्य डॉ. लोकेश मुनी, गोपाल दास, सरदार मंजीत सिंह जीके, डॉ. अली मर्चेंट, आर्कबिशप अनिल जोसेफ थॉमस कोटो और जस्टिस ए.एम. अहमदी (पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया) जैसी हस्तियां उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर दलाई लामा ने कहा कि डर जैसी विनाशकारी भावनाओं को कम करने के लिए हमें प्यार जैसी सकारात्मक भावनाओं को बढ़ाना चाहिए। विभिन्न समुदायों के बीच प्रेम और सौहार्द के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कुतुबी जुबली स्कॉलरशिप प्रोग्राम की ओर से 10,000 डॉलर का तकरीब पुरस्कार शुरू किया गया।