जल जनित बीमारियों को रोकने के लिए दक्षिणी निगम ने कसी कमर

डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी जल जनित बीमारियों को रोकने में जुटे दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की;

Update: 2017-05-09 14:01 GMT

नई दिल्ली। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी जल जनित बीमारियों को रोकने में जुटे दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक उत्तरी निगम, दक्षिणी निगम, पूर्वी निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद्, रेलवे और दिल्ली छावनी इलाके में मच्छरजनित बीमारियों में गिरावट आई है।

बीते एक हफ्ते के दौरान राजधानी में मलेरिया के 3, डेंगू के 11 और चिकनगुनिया के 19 नए मामले दर्ज किए गए हैं। 

5460 स्थानों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया, 7516 कानूनी नोटिस और 371 चालान किये गये। वहीं, घर-घर जांच के दौरान 5460 स्थानों पर मच्छर के लार्वा मिलने पर 7516 लोगों को कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं। साथ ही 371 लोगों के चालान भी किए जा चुके हैं।

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीके हजारिका ने बताया कि हमने मच्छरजनित बीमारियों से निपटने के लिए इस वर्ष जनवरी से ही काम शुरू कर दिया था। इन बीमारियों की जांच के लिए आवश्यक किट की मांग भी इसी महीने पुणे भेज दी गई है।

सभी फिल्ड कर्मचारियों को गहन प्रशिक्षण देने के साथ बीते 9 मार्च को कार्यशाला भी आयोजित की गई। जिसमे साल 2017-18 के लिए वार्षिक कार्य योजना तैयार की गई। निगम ने तय किया है कि पूरे वर्ष खासतौर पर मानसून के दौरान इन बीमारियों से संबंधित सूचना और शिक्षा का अभियान जारी रहेगा। इन बीमारियों के बारे में क्या करे, क्या न करे जैसी जानकारियां निजी कार्यालयों, विभिन्न आर.डब्ल्यू.ए और निगम के संस्थानों में वितरित की जा चुकी है।

पहले चरण में एहतियाती उपाय का संदेश देने और जागरूकता लाने के लिए 5 लाख बल्क एस.एम.एस भेजे गये। प्रमुख स्थानों मैट्रो स्टेशन आदि पर पैनल लगाए गए। मच्छरजनित बीमारियों के संबंध में नगर निगम ने आयुक्त के हस्ताक्षर से सरकारी और स्वायत संस्थाओं के प्रशासनिक प्रमुखों, शिक्षा संस्थानों, धार्मिक स्थानों, आर.डब्ल्यू.ए व्यापार संघों को परामर्श भेजे हैं।

सभी कार्यालयों और स्वायत संस्थानों और शिक्षा संस्थानों के प्रमुखों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है। मच्छर संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए टोल  फ्री नंबर 1800-11-2260 चालू है। डी.बी.सी (डोमेस्टिक ब्रीड चेकर) कर्मियों ने घर-घर जाकर जांच की और 5460 स्थानों पर मच्छरों का प्रजनन पाया। इसके बावजूद इन बीमारियों से संबंधित सूचना और शिक्षा प्रसारित करने के अभियान में तेजी लाई जाएगी।

इस अभियान में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आर.डब्ल्यू.ए के साथ बैठकों के अलावा स्कूली बच्चों की 170  रैलियां निकाली जा चुकी हैं।

Tags:    

Similar News