पेयजल से निजात दिलाने के लिए सरकार ने कसी कमर
गर्मियों के दिनों मे ग्रामीणों को होने वाली पेयजल किल्लत से निजात दिलाने के लिए सरकार ने अभी से कमर कसनी शुरू कर दी है;
होडल। गर्मियों के दिनों मे ग्रामीणों को होने वाली पेयजल किल्लत से निजात दिलाने के लिए सरकार ने अभी से कमर कसनी शुरू कर दी है। जिसके तहत पूर्व विधायक रामरतन ने मंगलवार को गांव बांसवा, लीखी व खाम्बी में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए करोड़ों रुपए की लागत से तैयार होने वाले बूस्टरों का नारियल फोड़कर शिलान्यास किया।
इस अवसर पर जन स्वास्थ विभाग के एसडीओ सतनारायण, जे.ई. राजवीर ङ्क्षसह, ग्राम सरपंच दलीप ङ्क्षसह, प्रेमपाल, राजवीर ङ्क्षसह, शंकर सूबेदार, दलबीर ङ्क्षसह, मानङ्क्षसह मीत्रोल,जोगा, देवदत्त, हरदत्त शर्मा, जगदीश, ओमप्रकाश, केशवदेव, राजू, जगदीश, जगप्रिय, भूषण सहित सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। इस अवसर पर रामरतन ने बताया कि गर्मियों के मौसम में होने वाली पेयजल की किल्लत के मामले में सरकार पहले से ही गंभीर है।
कुछ गावों में जलस्तर नीचा होने के कारण ग्रामीणों को गर्मियों में पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ता है। ग्रामीणों द्वारा इस मांग को पिछले काफी समय से उठाया जा रहा था। ग्रामीण इस मामले में कई बार विभागीय अधिकारियों को भी अवगत करा चुके थे।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की इस मांग को उन्होंने भी विभागीय उच्च अधिकारियों के समक्ष रखा जिस पर विभाग ने गावों में बनाए जाने वाले बूस्टरों का इस्टीमेट बनाकर सरकार को भेजा जिस पर पर सरकार ने गांव लीखी,बांसवा और खाम्बी में बूस्टरों के लिए एक करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से बनाए जाने वाले बूस्टरों की मंजूरी प्रदान की।
गांवों में इन बूस्टरों के शुरु होने के बाद ग्रामीणों को अब पेयजल की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। इस अवसर पर कई ग्राम सरपंचों ने भी गांवों में व्याप्त समस्याओंं से पूर्व विधायक को अवगत कराया।