कांग्रेस में संवाद नहीं केवल कुर्सी दौड़ चल रही : रमन
भाजपा प्रदेश आर्थिक प्रकोष्ठ कार्यसमिति की बैठक रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ये सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है;
रायपुर। भाजपा प्रदेश आर्थिक प्रकोष्ठ कार्यसमिति की बैठक रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ये सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है. ये जनता का काम क्या करेगी? इस सरकार में सिर्फ संवाद नहीं विवाद ही विवाद है। कांग्रेस की राज्य सरकार वित्तीय अनियमिताओं, घाटे बनाने का रिकॉर्ड कायम कर रही है। जिस हिसाब से सरकार चल रही है. पूंजीगत व्यय यानी विकास के काम जो पहले ही घटा दिए गए है। वह न्यूनतम स्तर पर 9.5 फीसदीपहुँचने जा रहा है. डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह पहली सरकार है, जो नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी को अपनी मुख्य योजना बताती है, लेकिन उसे बजट में एक रुपए नहीं देती।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने देश विकास की कभी चिंता नहीं करती है, चाहे वो विकास आर्थिक के क्षेत्र में क्यों न हो. कांग्रेस को अपने आर्थिक विकास की चिंता अधिक रही है। प्रदेश का हाल यह है राज्य के पास विकास कार्यो के लिए पैसे नहीं है, जो भी कार्य हो रहा वह केंद्र के पैसे से हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में सत्ता संभल रही है, तब से आर्थिक रूप से कर्जादारी के प्रदेश का पहचान बनती जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि देश की आजादी के बाद उद्योग मंत्री के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आर्थिक मजबूती के औद्योगिक आंदोलन के मजबूत किया. इस समय पर आर्थिक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी इस समय अधिक बढ़ जाती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आर्थिक नितियों और केन्द्र सरकार की योजना को जनता ले जाये और प्रदेश के असफलता को बताएं। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार केंद की योजनाएं लागू नहीं कर रही. इसके लिए हम हल्ला बोलेंगे। राज्य सरकार खुद के पैसे से नाली तक नहीं बना पा रही है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जहां मुख्यमंत्री की फ़ोटो नहीं छपती वो योजना वह लागू नहीं करते मतलब उन्हें अपने फोटो से मतलब है जनता से नहीं. उन्होंने कहा काँग्रेस पारदर्शीता नहीं चाहती. इसीलिए आज भी डायरेक्ट बेनिफिट बैंक खाते में देने की जगह नकद देने की सोचते है।
आर्थिक प्रकोष्ठ हर जिले में एक हेल्प डेस्क खोलेगा। जिसके द्वारा लोगों की मदद की जाएगी। कार्यक्रम में सीए अमित चिमनानी के संपादन में लिखी एक किताब ज्ञान गंगा का भी विमोचन किया गया जिसमें केंद्र की उपब्धियों व राज्य की असफलताओं का आकड़ों के साथ उल्लेख है।