विपक्षी दलों के भारी हंगामे के बीच 15वें दिन भी नही चला लोकसभा का कामकाज
लोकसभा में विपक्षी दलों ने आज भी भारी हंगामा किया जिसके कारण संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार 15वें दिन भी कोई कामकाज नहीं हो सका और भारी शोर शराबे के बीच अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सदन की;
नयी दिल्ली। लोकसभा में विपक्षी दलों ने आज भी भारी हंगामा किया जिसके कारण संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार 15वें दिन भी कोई कामकाज नहीं हो सका और भारी शोर शराबे के बीच अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा जैसे ही शुरू हुई आसन के समक्ष पहले से अपनी मांगों के समर्थन में बैनर और तख्तियां लेकर खड़े अन्नाद्रमुक और तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्यों ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया।
अध्यक्ष ने शोर शराबे के बीच जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए और समितियों से संबंधी सूचना सदन को दी। उन्होंने सदस्यों को शांत रहने को कहा लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी बात नहीं सुनी और लगातार शोर शराबा करते रहे।
शोर शराबे के बीच कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने अपनी सीट से जोर जोर से कुछ बाेलना चाहा लेकिन भारी हंगामें के कारण उनकी बात सुनायी नहीं दे रही थी। अपनी बात को कहने के लिए वह भी तेजी से अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और जोर जोर से अपनी बात कहने लगे। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे और कुछ अन्य सदस्य भी अपनी सीटों पर खड़े हो गये।
भारी हंगामें के बीच अध्यक्ष ने सदन को बताया कि वाईएसआर कांग्रेस के वाई बी सुब्बारेड्डी तथा तेलुगु देशम पार्टी के थोटा नरसिम्हन की तरफ से उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस मिला है। नियम के अनुसार इसे विचार के लिए प्रस्तुत करने के वास्ते वह बाध्य हैं और प्रस्ताव को सदन में पेश करना चाहती हैं इसलिए सभी सदस्य अपनी सीटों पर चले जाएं। सदस्यों ने उनकी बात नहीं सुनी तो श्रीमती महाजन ने कहा कि सदन में शोर शराबा हो रहा है इसलिए वह प्रस्ताव को सदन में नहीं रख सकती हैं।