लगातार तीसरे दिन भी केरल विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
धारा 144 को हटाए जाने और मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं पर लगे कड़े प्रतिबंधों को समाप्त करने की मांग करते हुए चेन्निथला ने प्रश्नकाल के बाद स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की अनुमति मांगी;
तिरुवनंपुरम। सबरीमला में सुविधाओं की कमी के मसले पर स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद विपक्षी यूडीएफ सदस्यों के शोर-शराबे को देखते हुए आज लगातार तीसरे दिन भी केरल विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।
सदन की कार्यवाही सुबह जैसे ही शुरू हुई तो विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने विधानसभा अध्यक्ष को प्रश्नकाल स्थगित कर इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की अनुमति का आग्रह किया। इसके अलावा वहां लगी धारा 144 को हटाए जाने और मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं पर लगे कड़े प्रतिबंधों को समाप्त करने की मांग करते हुए चेन्निथला ने प्रश्नकाल के बाद स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की अनुमति मांगी।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर निषेधाज्ञा आदेशों को हटा लिया जाता है तो विपक्ष पूरी तरह सहयोग करेगा। उनकी इस मांग को विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्ण्न ने खारिज कर दिया और कहा कि इस मसले को स्थगन प्रस्ताव के जरिए नहीं बल्कि एक सौंपे गए मसले के आधार पर उठाया जा सकता है कयोंकि इस पर पहले ही सदन में आठ घंटे लंबी बहस हो चुकी है।
विधानसभा अध्यक्ष के इस रुख के बाद कांग्रेस नीत यूडीएफ सदस्यों ने नारे लगाने शुरू कर दिए और हाथों में तख्तियां लेकर अध्यक्ष के आसन के समीप पहुच गए। उनके इस रूख से खिन्न होकर विधानसभा अध्यक्ष ने पहले प्रश्नकाल स्थगित किया और फिर विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।