रोडवेज कर्मियों की हड़ताल का कारण सरकार की हठधर्मी रवैया: बधाना
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने आज स्पष्ट किया कि 16 और 17 अक्तूबर की उनकी प्रस्तावित प्रदेशव्यापी हड़ताल का कारण प्रदेश सरकार का हठधर्मी रवैया है;
हिसार। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने आज स्पष्ट किया कि 16 और 17 अक्तूबर की उनकी प्रस्तावित प्रदेशव्यापी हड़ताल का कारण प्रदेश सरकार का हठधर्मी रवैया है।
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ) के राज्य प्रधान इंद्र सिंह बधाना व महासचिव सरबत सिंह पूनिया ने आज यूनियन कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले साल 13 अप्रैल, 13 मई व 13 जुलाई को परिवहन मंत्री से हुई बातचीत में प्राइवेट रूट परमिट देने की नीति रद्द करने व विभाग में प्रति वर्ष 1000 सरकारी बसें शामिल करने का समझौता हुआ था लेकिन सरकार ने समझौते को रद्दी की टोकरी में डाल कर किलोमीटर स्कीम के तहत 720 प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा प्रदेश की जनता व कर्मचारियों की मांग सरकारी बसें बढ़ाने की है तो सरकार प्राइवेट बसें ठेके पर लेने की हठधर्मिता क्यों कर रही है? उन्होंने कहा विभाग में सरकारी बसें नहीं आएंगी तो स्थाई रोजगार के अवसर समाप्त हो जाएंगे व छात्र-छात्राओं एवं जनता को मिल रही रियायती व निशुल्क सुविधा समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा जब रोडवेज कर्मचारी प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का विरोध करते हैं तो सरकार कर्मचारियों पर एस्मा जैसा काला कानून लागू करके व कर्मचारियों को निलंबित करके घोर अलोकतांत्रिक कदम उठा रही है, जिस कारण कर्मचारियों में भारी रोष है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार जनता को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा देना चाहती है तो विभाग में 14 हजार सरकारी बसें शामिल करें ताकि 84 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिल सके। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी नेताओं ने जोर देकर कहा कि सरकार ठेके पर बसें लेने का निर्णय रद्द करे व एस्मा हटाए।