केंद्र सरकार दिव्यांगों को आधुनिक कृत्रिम अंग मुहैया कराने के लिये प्रतिबद्ध: गुर्जर
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज कहा कि केंद्र सरकार दिव्यांगों को आधुनिक किस्म के कृत्रिम अंग मुहैया कराने के लिये प्रतिबद्ध है;
सिरसा। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज कहा कि केंद्र सरकार दिव्यांगों को आधुनिक किस्म के कृत्रिम अंग मुहैया कराने के लिये प्रतिबद्ध है तथा सम्बंध में उसने तकनीक हासिल करने के लिये इस क्षेत्र की जर्मनी और इंग्लैंड की कम्पनियों से समझौता किया है।
गुर्जर ने टोहाना में आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर एवं निशुल्क सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरण समारोह में अपने सम्बोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को किसी की दया की जरूरत नहीं है उन्हें सिर्फ मदद और प्यार चाहिए।
दिव्यांगों को पहले पुरानी तकनीक के उपकरण मिलते थे लेकिन सरकार ने आधुनिक उपकरण एवं कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है और इस दिशा में जर्मनी और इंग्लैंड की कम्पनियाें से समझौता कर उनकी तकनीक के आधार पर ये उपकरण कानपुर की एलिक्वको कंपनी में निर्माण करेगी।
उन्होंने इस मौके पर 911 दिव्यांगों को लगभग 71 लाख रुपये के सहायक उपकरण एवं कृत्रिंम अंग वितरित किए। इनमें ट्राईसाईकल, व्हील चेयर, श्रवण मशीनें, वॉकिंग किट, सीपी चेयर, ब्रेल किट एवं केन, क्रच, रोलाटर, एल्बो क्रच और अन्य अत्याधुनिक उपकरण शामिल हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने अब तय किया है कि गरीब वर्ग के 60 साल की उम्र पार करने वालों को कम सुनाई पड़ने पर श्रवण यंत्र, आंखों के लिए चश्मा तथा दांत गिरने पर डैंचर लगाने में मदद दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश के सभी दिव्यांगजनों के यूनिवर्सल पहचान पत्र बनाए जाएंगे ताकि कोई भी दिव्यांग किसी भी राज्य में जाकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सके।
गुर्जर के अनुसार वह दिव्यांगों को आधुनिक उपकरण एवं अंग वितरित करने के लिये देश में अब तक 300 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 6500 कैम्प लगा चुके हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने एक नया विधेयक पारित कर केंद्र सरकार की नौकरियों में दिव्यांगों का कोटा तीन से बढ़ाकर चार प्रतिशत किया है। इसी प्रकार से शिक्षा के क्षेत्र में यह कोटा तीन से बढ़ाकर पांच प्रतिशत किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में यह लाभ पहले सात तरह के दिव्यांगों को मिलता था अब 21 तरह के दिव्यांगों को मिल रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि दिव्यांगों की उपलब्धियां कम नहीं हैं। यूपीएससी की परीक्षा में 100 प्रतिशत दिव्यांग लड़की ईरा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार पैरा ओलम्पिक में दिव्यांगों ने चार स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही 80 प्रतिशत से अधिक विकलांगता के लोगों को लगभग 35 हजार रुपये कीमत की बैटरी चलित साईकिल उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने हरियाणा के फतेहाबाद जिले के लिए घोषणा करते हुए कहा कि इसकें पांच साल तक के मूकबधिर बच्चों को केंद्र सरकार की ओर से छह लाख रूपये कीमत तक के कोकलियर इम्पलांट निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। देश में अभी तक 1300 बच्चों का कोकलियर इम्पलांट कराया गया है।
इस मौके पर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष सुभाष बराला तथा प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य उपस्थित थे।