नकल कराने वाले कॉलेज की संबद्धता होगी खत्म
मुख्य परीक्षा में समय से पहले पेपर खोलकर सामूहिक नकल कराते पकड़े गए कॉलेज की चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय ने संबद्धता खत्म कर दी;
मेरठ। मुख्य परीक्षा में समय से पहले पेपर खोलकर सामूहिक नकल कराते पकड़े गए कॉलेज की चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय ने संबद्धता खत्म कर दी है। बिना भवन निर्माण के ही बीएड कॉलेज चलाने और छात्रवृत्ति लेने वाले कॉलेज पर भी विवि ने जांच बैठा दी है।
कुलपति प्रो.एनके तनेजा की अध्यक्षता में हुई कार्यपरिषद की बैठक में विवि ने उक्त फैसला लिया। विवि ने 18 शोध छात्रों को पीएचडी अवार्ड करने की संस्तुति कर दी है। ओम श्रीगुरु साक्षी रामचंद्र संस्थान भज्जु शामली की संबद्धता निरस्त करने पर पर भी विवि ने मुहर लगा दी है। इस कॉलेज में विवि के सचल दल ने स्टूडेंट को सामूहिक नकल करते हुए पकड़ा था। कॉलेज में निर्धारित समय से पहले पेपर खोलकर परीक्षा कराई जा रही थी। विवि को यह पेपर निरस्त करना पड़ा था और इससे 16 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। विवि ने पूरे मामले की जांच को समिति बनाई थी। इसकी रिपोर्ट कार्यपरिषद में रखी गई। यह कॉलेज मेरठ कॉलेज में कार्यरत एक एसोसिएट प्रोफेसर का है। यह एसोसिएट प्रोफेसर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री की रिश्तेदार भी हैं। जांच समिति ने सामूहिक नकल में कॉलेज को भी दोषी मानते हुए संबद्धता निरस्त करने की संस्तुति की थी।
इसी तरह मयराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल एजुकेशन खेड़ीकला सरधना के खिलाफ जांच बैठा दी है। बिना बिल्डिंग बनाए ही बीएड का कोर्स चलाने एवं छात्रवृत्ति लेने की शिकायत की जांच पर विवि ने समिति बना दी है। जांच समिति आरोपों की जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट देगी।
बैठक में प्रोवीसी प्रो.वाई विमला, डा.दर्शन लाल अरोडा, डा.अरुण कुमार सिंह, प्रो.दिनेश कुमार, प्रो.भूपेंद्र सिंह, प्रो.असलम खान आदि मौजूद रहे।