आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती और यह मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है;
नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती और यह मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
उपराष्ट्रपति नायडू ने शुक्रवार को विश्व आतंकवाद विरोधी दिवस के अवसर पर यहां जारी एक संदेश में कहा कि इस अवसर पर हमें अनगिनत देशभक्तों का स्मरण करना चाहिए जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस पर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ रहे सुरक्षा बलों और सैनिकों के परिजनों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। इन अभियानों में बलिदान देने वाले वीर सुरक्षा कर्मियों की स्मृति को नमन करता हूं। विश्व समुदाय, आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट अभियान चलाए।#AntiTerrorismDay
उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा, " आतंकवाद विरोधी दिवस के अवसर पर हमें अपने उन भाइयों और बहनों का स्मरण करना चाहिए, जिन्होंने आतंक के विरोध में अपना बलिदान दे दिया। "
उन्होंने कहा कि आतंक की कोई सीमा नहीं होती। आतंक हर जगह शांति के लिए खतरा है।विश्व नागरिक के तौर पर हम सभी को मानवता के लिए आतंक के विरुद्ध हाथ मिलाना चाहिए।