लोकतंत्र की गूंज से घबराए आतंकी

जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए कश्मीर में लोगों की भारी भागीदारी से आतंकी संगठन पूरी तरह बौखला गए हैं;

Update: 2019-04-10 04:36 GMT

- सुरेश डुग्गर

जम्मू। जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए कश्मीर में लोगों की भारी भागीदारी से आतंकी संगठन पूरी तरह बौखला गए हैं। नतीजतन हिजबुल मुजाहिदीन ने राज्य में पहले चरण के तहत बारामुल्ला-कुपवाड़ा और जम्मू-पुंछ संसदीय सीट पर मतदान से तीन दिन पहले एक आडियो संदेश जारी कर लोगों को चुनाव से दूर रहने की धमकी दी है। उसने ऑडियो में चुनावी रैलियों से पूरी तरह दूर रहने की धमकी दी है। हिज्ब ने चुनाव लड़ने वालों को भी गद्दार और दिल्ली का एजेंट करार देते हुए कहा कि इन लोगों के साथ कैसे निपटना है, यह हम जानते हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह ऑडियो वीडियो संदेश हिजबुल मुजाहिदीन के डिवीजनल कमांडर रियाज नायकू ने जारी किया है। इस बीच राज्य में अलकायदा का पर्याय बने अंसार-उल-गजवा-ए- हिंद के कमांडर जाकिर मूसा ने भी करीब एक साल की चुप्पी के बाद ऑडियो संदेश जारी कर लोगों को मतदान से दूर रहने के लिए कहा है। मूसा ने कहा कि चुनाव चाहे कश्मीर में हों या पाकिस्तान में, यह इस्लाम के खिलाफ है।

यह माना जा रहा है कि कश्मीर में मतदान प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी से आतंकी संगठनों में बौखलाहट है। हिजबुल मुजाहिदीन ने बारामुला-कुपवाड़ा व जम्मू-पुंछ संसदीय सीट पर मतदान से पहले ऑडियो जारी कर लोगों को चुनाव बहिष्कार करने और रैलियों से दूर रहने की धमकी दी है। वहीं, अलकायदा का पर्याय बने अंसार उल गजवा-ए-हिंद के कमांडर जाकिर मूसा ने भी करीब एक साल की चुप्पी के बाद ऑडियो संदेश जारी कर लोगों को मतदान से दूर रहने के लिए कहा है।

मूसा ने कहा कि चुनाव कश्मीर में हों या पाकिस्तान में, इस्लाम के खिलाफ है। हिज्ब के डिवीजनल कमांडर रियाज नायकू ने इस बार वीडियो में पहले की तरह चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेने वालों की आंखों में तेजाब डालने, घरों को जलाने जैसी धमकियां नहीं दे रहा है। 15.54 सेकेंड के ऑडियो संदेश में रियाज की हताशा को समझा जा सकता है, जो कश्मीर में चुनावी रैलियों में लोगों की भीड़ से हो रही है।

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